
चिकित्सको को लिखनी होगी जेनेरिक दवाएं
चिकित्सको को मरीजो के लिये लिखे जाने वाले अपने प्रेस्क्रिपशन मे जेनेरिक दवाए लिखनी पड़ेगी यह नेशनल मेडिकल कमीशन(ऐमऐनसी) के नये नियमो के अनुसार होगा।
चिकित्सक सिर्फ मरीज की बीमारी के निदानुसार फाॅर्मूला लिखेगा ना कि किसी विशिष्ट ब्रांड की दवा का नाम।और ऐसा ना करने पर चिकित्सक के खिलाफ कारवाई की जाएगी उसका लाइसेंस भी रदद हो सकता है।
ऐमऐनसी के अनुसार भारत मे लोगो को बीमारियो मे बहुत सारा धन दवाइयो पर खर्च करना पड़ता है।यदि चिकित्सक जेनेरिक दवाए लिखेगा जो कि ब्रांडेड दवाओ से काफी सस्ते मे मिलती है तो दवाओ पर होने वाला व्यय बच सकेगा।
मरीजो को भी जागरुक होकर जन औषधी केन्द्र और जेनेरिक मेडिकल दुकानो से ही दवाइया खरीदनी होगी।
हालांकि पहले भी कुछ चिकित्सको को चेतावनी दी गई है और जेनेरिक दवाए ना लिखने पर कारवाई भी की गई है परंतु फिर भी कुछ चिकित्सक ब्रांडेड दवाए लिख रहे है।
पंकज गुप्ता
KLT






गुजरात: ‘सापुतारा वेकेशन फेस्टिवल 2025’ का हुआ शुभारंभ 