मथुरा, के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल छात्र-छात्राओं को दंत चिकित्सा की शिक्षा देने के साथ ही उन्हें अनुसंधान की ओर भी प्रेरित करता है। इसी कड़ी में यहां के एमडीएस तृतीय वर्ष पीरियोडोंटोलॉजी विभाग के छात्र गौरव सिंह ने पेरियोडोंटल फ्लैप एलिवेटर पर अनुसंधान किया है। गौरव सिंह के इस शोध को आईपीइंडिया जर्नल (भारत की बौद्धिक सम्पदा) में जगह मिली है।
अपने इस अनुसंधान पर छात्र गौरव सिंह का कहना है कि पेरियोडोंटल फ्लैप एलिवेटर अंतर्निहित संरचनाओं (दांत और वायुकोशीय) का उचित प्रदर्शन और मूल्यांकन करता है तथा पीरियोडोंटल फ्लैप सर्जरी के दौरान सहायक की आवश्यकता को कम कर देगा। मुझे विश्वास है कि यह उपकरण पीरियोडोंटल फ्लैप सर्जरी में काफी मददगार साबित होगा। गौरव सिंह बताते हैं कि पेरियोडोंटल फ्लैप एलिवेटर स्टील का होता है, इसके दोनों तरफ ठोस ब्लेड के दो सपाट सिरे होते हैं। ब्लेड का प्रत्येक सिरा फ्लैप को घेर लेगा और इस प्रकार इसे ऊपर उठाएगा कि उसे आसानी से स्क्रू से कसा जा सके। पेरियोडोंटल फ्लैप एलिवेटर पेरियोडोंटल फ्लैप सर्जरी के दौरान बिना किसी सहायता के अंतर्निहित दांत और वायुकोशीय हड्डी को ठीक करने में काफी मददगार साबित होगा। गौरव सिंह बताते हैं कि पेरियोडोंटल फ्लैप सर्जरी मसूड़ों के इलाज की एक प्रक्रिया है। मसूड़े मुंह के मुलायम ऊतक होते हैं जो दांतों की गर्दन को घेरे रहते हैं और हड्डी को सहारा देते हैं। फ्लैप सर्जरी एक बिल्कुल दर्द रहित प्रक्रिया है जो स्थानीय एनेस्थीसिया के तहत मसूड़ों को दांतों से अस्थायी रूप से अलग करने के लिए की जाती है। जब मसूड़ों की बीमारी जैसी मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं का प्रारम्भिक चरण में इलाज नहीं किया जाता है, तो यह एक बड़ी समस्या का कारण बनती है।
इस गौरवशाली उपलब्धि पर आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज अग्रवाल, कॉलेज के डीन और प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी तथा संस्थान के प्राध्यापकों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए छात्र गौरव सिंह को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डॉ. रामकिशोर अग्रवाल का कहना है कि आज की युवा पीढ़ी को जितना किताबी ज्ञान जरूरी है उससे कहीं अधिक अनुसंधान के अवसर और सुविधाएं मिलना जरूरी है। चित्र कैप्शनः के.डी. डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी को आईपीइंडिया जर्नल दिखाता छात्र गौरव सिंह।