सतीश चंद लुणावत, राष्ट्रीय पत्रकार
Key Line Times
बिजयनगर,बिजयनगर शहर के सथाना बाजार स्थित 1008 चंद्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर मे प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ का जन्म व तप, कल्याणक महा महोत्सव धूमधाम से मनाया। सकल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष प्रभाचंद बड़जात्या ने बताया की भगवान आदिनाथ की शोभायात्रा भक्ति – संगीत के साथ नाचते – गातें व जयकारों सहित श्रावकों व श्राविकाओं द्वारा बिजयनगर के विभिन्न मार्गों में बेंड – बाजों के साथ निकाली गई। जिसमे भगवान के सारथी बनने का सौभाग्य पवन कुमार, महावीर प्रसाद, अंशुल गोधा को प्राप्त हुआ। उसके पश्चात जयंती पर शांतिधारा व अभिषेक बड़े धूमधाम से हुए जिसका सौभाग्य सज्जन देवी, प्रभाचंद अभिषेक, अर्पण बड़जात्या परिवार को प्राप्त हुआ। पदम अजमेरा ने जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भगवान ऋषभ देव आदिनाथ का जन्म चैत्र कृष्ण नवमी को अयोध्या में हुआ था। वे इक्ष्वाकु वंशीय राजा नाभिराय और रानी मरुदेवी के पुत्र थे। उनका शरीर स्वर्ण के समान था और उनकी ऊंचाई 500 धनुष थी। उनके 84 गणधर थे और उनकी आयु 84 लाख वर्ष थी। उन्होंने लोगों को असी, मसी और कृषि का ज्ञान दिया।