आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज का बड़ौत मे भव्य स्वागत
आचार्य श्री आदि सागर जी महाराज के चतुर्थ पट्टाधीश, आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज ने 35 मुनि आर्यिकाओ सहित ढिकोली से विहार कर बड़ोत नगर में मंगल प्रवेश किया। आचार्य संघ की मंगल प्रवेश यात्रा श्री मुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन मंदिर ,दिल्ली रोड से प्रारंभ होकर कोताना रोड, महावीर मार्ग होते हुए अजितनाथ सभागार मंडी पहुंची। यात्रा के साथ धार्मिक भजन मंडली और बैंड धार्मिक धुन बजाते चल रहे थे। साथ ही सैकड़ो जैन श्रद्धालु महावीर भगवान के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। रास्ते में जगह-जगह अचार्य संघ की आरती हुई और पाद प्रक्षालन हुआ ।विमर्श जागृति मंच परिवार द्वारा भव्य रूप से आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन किया गया।
अजितनाथ सभागार मे आयोजित धर्मसभा मे आचार्य श्री ने कहा कि जब तक तुम देव शास्त्र और गुरु से जुड़े रहोगे, उनकी आराधना करोगे,तुम्हारे जीवन मे सदा मंगल रहेगा।आचार्य श्री ने कहा कि लोग तो दौलत और शोहरत पर नाज करते हैं, पर दिगंबर गुरु वीतराग धर्म पर नाज करते हैं।जैन धर्म का इतिहास काफी पुराना है।जैन तीर्थो पर आये दिन कब्जे होते रहते हैं, जिन पर सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए।गिरनार जहाँ से भगवान नेमिनाथ मोक्ष गए है,वह भी अत्यंत पुण्यभूमि है।
सभा का संचालन वरदान जैन और संजय जैन ने किया।पाद प्रक्षालन और दीप प्रज्वलन का सौभाग्य विजेंद्र कुमार वीरेंदर जैन टेड़ा वालो को प्राप्त हुआ। सभा मे सुभाष जैन, राजकुमार जैन, अशोक जैन, हंस कुमार जैन, ललित जैन, नवीन जैन बब्बल, सुरेंद्र जैन, अनिल जैन, पंकज जैन,विनोद जैन एडवोकेट,अंकुर जैन, सुधीर जैन, जिनेंद्र जैन,धनेंद्र जैन,संजय जैन,विवेक जैन, आदि उपस्थित थे।
वरदान जैन मीडिया प्रभारी