







🏳️🌈। अर्हम। 🏳️🌈
सादर जय जिनेंद्र
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार तेरापंथ महिला मंडल पूर्वी दिल्ली द्वारा* उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनि श्री कमल कुमार जी* के सानिध्य में मासिक गोष्ठी के अंतर्गत”The power of reading”कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का आरंभ* *भक्तामर स्तोत्र पाठ के साथ किया गया।तत्पश्चात मंगल भावना गीत,24 तीर्थंकरों की स्तुति और ***नमस्कार महामंत्र **का उच्चारण भी किया गया।इसके साथ ही 21 वें *तीर्थंकर नेमिनाथ **के स्तवन का संगान किया गया। ** उपाध्यक्ष श्रीमती मंगला कुंडलियां** ने सबका स्वागत किया व विषय के ऊपर ज्ञान वर्धन वक्तव्य प्रस्तुत किया उनका कथन था कि स्वाध्याय मे लंबाई, चौड़ाई नहीं गहराई का महत्व होता है ज्ञान के अभिनव रत्न को प्राप्त करके हम आत्मा से परमात्मा बन सकते हैं *कन्या मंडल की कन्याओं* ने कविता के माध्यम से विषय के ऊपर बहुत ही प्रभावशाली नाटिका की प्रस्तुति दी। कविता के माध्यम से बताया कि किताबों से बातें करके सब कुछ हासिल सकते हैं * *The power of reading* *कार्यशाला की मुख्य वक्ता *श्रीमती निहारिका सिंघी* के द्वारा विषय पर ज्ञानवर्धन वक्तव्य सराहनीय रहा।उन्होंने सारगर्भिकता के साथ समझाया कि पढ़ने से,स्वाध्याय करने से आपकी शब्दावली में निखार तो आता ही है साथ ही आपका स्ट्रेस भी दूर होता है।आप सब स्वाध्याय की महत्ता को समझें और जीवन की दिशा और दशा को बदलें। तत्पश्चात ***मुनि श्री जी का मंगल उद्बोधन* प्राप्त हुआ ।मुनि श्री ने बताया ज्ञानी बनने वाला दूसरों को ज्ञानी बना सकता है,बड़े-बड़े आविष्कार कर सकता है और स्वाध्याय से बढ़ता है ज्ञान। आस्था से ही आदमी विद्वान बन सकता है सर्वांगीण विकास कर सकता है। बहनों और कन्याओं की लगभग 200 की उपस्थिति ने कार्यशाला को सफल बनाने मे अपनी अहम भूमिका निभाई । अंत में मुख्य वक्ता निहारिका जी सिंघी का साहित्य के द्वारा सम्मान किया गया। ** मंत्री श्रीमती सुमन भंडारी** ने कुशलता पूर्वक संयोजन का दायित्व
निर्वाहन और सभी का आभार ज्ञापन किया।
अध्यक्षा–सरोज सिपानी
मंत्री–सुमन भंडारी




