
प्रभारी मंत्री श्री कुँवरजीभाई हणपति, विधान सभा के नायब मुख्य दंडक श्री विजयभाई पटेल सहित ग्रामीणों ने ओपिना का भव्य स्वागत किया।
ग्रुप ग्राम पंचायत-केशबंध एवं बिलिआंबा प्राथमिक स्कूल द्वारा आयोजित हुआ स्वागत सम्मान समारोह कार्यक्रम।
गुजरात,आहवा-डांग
आहवा: तारीख; 8; डांग के सीमावर्ती स्थित गांव बिलिआंबा की विश्व मंच पर शानदार उपलब्धि हासिल करने वाली सुश्री ओपीना भीलार ने खो-खो खेल में डांग सहित पूरे गुजरात का नाम रोशन किया है।
खो-खो विश्व कप-2025 में भारतीय महिला टीम ने पहली विश्व कप ट्रॉफी जीतकर गुजरात और भारत का नाम रोशन कर एक नया इतिहास रचा है।
भारतीय राष्ट्रीय खो-खो टीम के खिलाड़ी के रूप में सफल खिलाड़ी के रूप में देश का नाम रोशन करने वाली सुश्री ओपीना भिलार की मातृभूमि एवं प्राथमिक विद्यालय-बिलिआंबा में जनजातीय विकास, श्रम एवं रोजगार तथा ग्रामीण विकास विभाग के राज्य मंत्री श्री कुँवरजीभाई हणपति,साथ ही गुजरात विधानसभा के उप मुख्य दंडक-व-डांग विधायक श्री विजयभाई पटेल सहित ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया।
ग्रुप ग्राम पंचायत-केशबंध एवं प्राथमिक विद्यालय बिलिआंबा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री श्री कुँवरजीभाई हणपति ने कहा कि डांग के छोर पे स्थित गांव से शेरनी की तरह छलांग लगाकर सुश्री.ओपीना भिलार ने जिले, राज्य एवं देश का नाम दुनिया में रोशन किया है। मंत्री ने ओपीना की इस उपलब्धि के लिए राज्य सरकार की ओर से उन्हें बधाई दी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस शानदार खो-खो खिलाड़ी की हर प्रगति में उनके साथ है, साथ ही उन्होंने कहा कि डांग की बेटी का एक भव्य स्वागत/सम्मान समारोह मुख्यमंत्री की उपस्थिति में गांधीनगर में आयोजित किया जाएगा।
देश के वर्तमान प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्रभाई मोदी ने बिटियों के उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षा की चिंता करते हुए वर्ष 2003 में विद्यालय प्रवेशोत्सव कार्यक्रम की शुरूआत की।साथ ही बाल खिलाड़ियों को राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और ओलंपिक स्तर तक ले जाने के लिए 2010 में खेल महाकुंभ जैसे कार्यक्रम भी शुरू किए गए।जिसके फलस्वरूप यह है कि आज गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर सुश्री सरिता गायकवाड़ के साथ-साथ डांग एक्सप्रेस के नाम से मशहूर धावक मुरली गावित जैसे एथलीटों ने डांग का नाम विश्व स्तर पर रोशन है।ऐसे आयोजनों से एक बार फिर डांग का नाम विश्व पटल पर रोशन करने वाली डांग की बेटी कु.ओपिना भिलार ने विश्व विजेता खो-खो टीम की खिलाड़ी के रूप में विश्व कप में पहला पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया है। मंत्री ने कहा इसके साथ ही उन्होंने सुश्री ओपी के भिलार के माता-पिता सहित गुरुजनों को भी बधाई दी।
जब राज्य के अंतिम छोर के डांग जैसे अंदरूनी इलाके के खेल प्रेमी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त करते हैं, तो यह जिले के लिए भी गर्व की बात होती है।डांग जिले का नाम देश-दुनिया में रोशन करने वाली बिलिअंबा गांव की बेटी सुश्री ओपीना भीलार ने आज स्कूल, गांव, जिले और प्रदेश के साथ देश का नाम रोशन किया है।गुजरात विधान सभा के उप प्रमुख दंडक-व-डांग विधायक श्री विजयभाई पटेल ने इस अवसर पर कहा कि खो-खो विश्व कप में पहला नंबर प्राप्त करके डांग के ताज में एक और कीर्तिमान जुड़ गया है।
तापी और डांग जिले के सीमावर्ती क्षेत्र सुबीर तालुका के बिलिआंबा गांव के आदिवासी परिवार की बेटी सुश्री ओपीना भीलार के सम्मान समारोह में तापी के विधायक श्री मोहन कोंकणी ने भाषण देते हुए सुश्री ओपीना भीलार सहित सभी को बधाई दी।
इस अवसर पर कु.ओपीना भिलार ने कहा कि उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कक्षा 1 से 8 तक प्राथमिक स्कूल बिलिआंबा से पूरी की है।2014 में 8वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, वह उच्च अध्ययन के लिए गुजरात के खेल प्राधिकरण द्वारा संचालित ‘जिला स्तरीय खेल स्कूल योजना’ के तहत व्यारा में DLSS में वर्ष 2014-15 तक तापी में खो-खो का गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया। कॉलेज के दौरान लगी ACL चोट के कारण घुटने का ऑपरेशन करना पड़ा। हालाँकि, उन्होंने कड़ी मेहनत जारी रखी और आज खो-खो विश्व कप की विजेता हैं। जिसके लिए उन्होंने सबसे पहले अपने माता-पिता, गुरुजन सर्वश्री विमल गामित और रसिक पटेल, अपने कोच और सरकार को धन्यवाद दिया।
प्रथम महिला खो-खो विश्वकप विजेता टीम की खिलाड़ी सुश्री ओपीना भीलार के सम्मान समारोह में प्रभारी मंत्री ने रू. 25 out हज़ार,डांग विधायक द्वारा 25 हजार रुपये तथा सापुतारा पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन द्वारा 25 हजार रुपये कुल 75 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।
इस अवसर पर डांग जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती निर्मलाबेन गाइन, आहवा तालुका पंचायत अध्यक्ष श्री सुरेशभाई चौधरी, सुबीर तालुका पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रविनाबेन गावित सहितजिला एवं तालुका पंचायत सदस्य, भाजपा पदाधिकारी, केशबंद ग्रुप ग्राम पंचायत के सरपंचश्री एवं सभ्य बिलिआंबा प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थी तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।