


“डॉ॰ अम्बेडकर और उनके दर्शन”
धीरज कुमार सिंह
नई दिल्ली,आज दिनांक नवम्बर २४, २०२३ को ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय) में डॉ॰ अंबेडकर सेंटर के द्वारा “अंबेडकर और उनके दर्शन” पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रोफेसर नरेंद्र सिंह ने की। इस शुभ अवसर पर छात्रों ने विश्वविद्यालय के कुलगीत गाकर की। इस अवसर पर सेंटर के संयोजक श्री मनीष कुमार ने भारत के सर्वांगीण विकास में डॉ॰ अंबेडकर की भूमिका को चिन्हित किया। उन्होंने यह भी बताया कि भारत कोई ज़मीन का टुकड़ा नहीं यह सदियों से सनातनी परंपरा का प्रतीक भी है। इसी वजह से कई अक्रांताओ के आक्रमण के बाद भी “ कुछ बात है की हस्ती मिटती नहीं हमारी” पर जोड़ दिया। उन्होंने डॉ॰ अंबेडकर को संत अंबेडकर बताया। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर नरेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों को बाबा साहेब की जीवन मूल्यों को ख़ुद के जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों को समरसता के सिद्धांत को आत्मसात् करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ॰ अंबेडकर शिक्षा के महत्व को भली-भाँति जानते थे। इसलिए वो हमेशा ही समाज के हर वर्ग शिक्षित हो और सबको शिक्षा का अधिकार मिले, इसकी वकालत करते थे। वो एसा मानते थे कि शिक्षा ना केवल ख़ुद के अंदर छिपे अंधकार को दूर करती है अपितु वह समाज को भी आगे बढ़ने में कारगर होती है। इस कार्यक्रम में बच्चों के साथ-साथ, शिक्षकों ने भी बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया एवम डॉ॰ अंबेडकर के दर्शन को समझा। इस अवसर पर कॉलेज के बच्चों द्वारा बाबा साहेब के जीवन पर आधारित एक नाटक की प्रस्तुति की गई। छतइस कार्यक्रम में प्रो. पी. के. शिशोदिया, प्रो. हरेंद्र सिंह, प्रो. मुकेश जैन, डॉ. मनोहर लाल, श्री इतेंद्र, डॉ. विपिन, श्री दशरथ की गरिमामय उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल किया।




