माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया झूठा हलफनामा
आर के जैन
नोएडा “गरीबों का मसीहा ” नाम से मशहूर नोएडा के ग्राम सुल्तानपुर में पति-पत्नी का अनोखा तलाक देखने को मिला इस तलाक में पति-पत्नी एक दूसरे को तलाक देकर लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार मेल फीमेल एक साथ रह सकते हैं लेकिन जिन लोगों ने शादी के पवित्र बंधन को तोड़कर फिर से लिव इन रिलेशनशिप में रहना पसंद किया हो इसे आप क्या कहोगे मजबूरी साजिश या फरेब !
यह शादी ग्राम सुल्तानपुर में परवासी परिवार के मुखिया गुलबीर सेन के बड़े पुत्र विकास की है जो मेरठ में 9 फरवरी 2023 को संपन्न हुई ! शादी में बिचौलिया देवेंद्र पुत्र जल सिंह (सरकारी मुलाजिम ) ग्राम शाहपुर सेक्टर 128 थे ! तलाक की फाइल पढने पर संपूर्ण जानकारी हुई कि तलाक की असली वजह पति-पत्नी के आपस में विचार न मिलना बताया गया है ;परंतु तलाक के बाद लिव इन रिलेशनशिप में रहना बताता है कि तलाक की वजह आपस में विचार मिलना न होकर कुछ और ही थी जो वजह देवेंद्र एवं लड़के के माता-पिता अच्छी तरह से जानते हैं ! विकास के माता-पिता को मन मुताबिक दहेज न मिलना और देवेंद्र को लड़की वालों की ओर से पारितोषिक नहीं मिलना ! देवेंद्र का कहना है की शादी एव तलाक में बिचौलिया जज की भूमिका निभाता है वह काले को सफेद कहे तो सफेद और सफेद को काला कहे तो काला ही होता है इस शादी में इसके अपने अलग कायदे कानून है चलने है ! यह माननीय न्यायालय को कुछ समझता ही नहीं है लड़की को ब्लैकमेलिंग एवं डराने में इस सज्जन का भी रोल है यह कहता है कि मैने गाड़ी के बदले लड़की को 35 लाख का लौनी के अंकुर विहार में डीएलएफ ग्रुप द्वारा निर्मित दो कमरों का एक मकान दिलवा दिया है जो सरेआम झूठ है !
तलाक में दिए गए सारे हल्फनामे झूठे हैं ! जैसे
नंबर 1 तलाक में कोई उपहार एवं दान दहेज नहीं दिया गया बल्कि शादी में अत्यधिक मात्रा में दान दहेज दिया गया है इसके सारे पक्के बिल लड़की के माता-पिता के पास है जो जरूरत पड़ने पर पेश कर दिए जाएंगे
नंबर २ लड़का लड़की 15 फरवरी 2023 से शादी के महज एक सप्ताह बाद से ही एक दूसरे से अलग रह रहे हैं सरेआम झूठ जो पति-पत्नी तलाक के बाद भी लीव इन रिलेशनशिप में रह रहे हो क्या वे शादी के मात्र एक सप्ताह बाद अलग रह रहे होंगे ? इस बात को ग्राम के सभी सम्मानित लोग जानते है
नंबर 3 तलाक लेने से पहले माता-पिता को पता तक नहीं किया तो इन लोगों को माता-पिता सगे संबंधी एवं रिश्तेदार कैसे समझा सकते थे अगर माता-पिता सगे संबंधी एवं रिश्तेदारोंको पता होता और वे लड़का लड़की को समझाते तो लड़की के माता-पिता सगे संबंधी एवं रिश्तेदार ग्राम के शिरोमणि समझे जाने वाले प्रधान श्री नरेश उपाध्याय जी के घर पर पांच लोगों को लेकर इस मसले पर बात करने के लिए नहीं बैठते ; उपरोक्त तीनों बिंदुओं को लड़के ने माननीय न्यायालय के सामने इस तरह से पेश किया है कि कोर्ट तो गुमराह होगा ही और तलाक की फाइल पढ़ने वालों को भी ऐसा लगेगा की लड़की ने बिना किसी डर भय एवं दबाव के बगैर ब्लैकमेलिंग हुए तलाक की पत्रावली पर हस्ताक्षर किए हैं!
इस संबंध में लड़की के माता-पिता का कहना है कि अगर हमारी लड़की को जरा सी खरोच भी आई तो इसके जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ बिजोलिया देवेंद्र विकास लड़के के माता-पिता भाई एवं लड़के की बहन पिंकीऔर लड़के का जीजा राहुल होंगे इन लोगों की शिकायत लड़की के पिता ने पुलिस कमिश्नर गौतम बुध नगर माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार एवं माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार को भी पोर्टल के माध्यम भेज दी है।