सतीश चंद लुणावत, राष्ट्रीय पत्रकार
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बिजयनगर, 02 फरवरी 2025
श्री विश्वकर्मा जांगिड़ समाज सेवा समिति, बिजयनगर द्वारा बसंत पंचमी के पावन अवसर पर भक्तिमय वातावरण में भव्य भजन संध्या और दिव्य शोभायात्रा का भव्य आयोजन किया गया। समाज के बंधुओं ने श्रद्धा, उमंग और उल्लास के साथ इस शुभ आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिससे पूरा नगर भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत हो गया।
भजन संध्या – भक्तिरस में डूबी एक अविस्मरणीय संध्या
बसंत पंचमी की पूर्व संध्या पर आयोजित भजन संध्या में सुप्रसिद्ध भजन गायकों एवं समाज के युवा गायक कलाकारों ने अपनी मधुर प्रस्तुतियों से उपस्थित भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भजनों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा और श्रद्धालु भक्ति-संगीत में रमकर आनंद विभोर हो गए। इस भव्य संध्या ने न केवल मन को सुकून दिया बल्कि समाज की सांस्कृतिक समृद्धि को भी उजागर किया।
श्री विश्वकर्मा भगवान की भव्य शोभायात्रा – नगर में बही भक्ति की गंगा
बसंत पंचमी के पावन दिन भगवान श्री विश्वकर्मा जी की शोभायात्रा पूरे धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ नगर के मुख्य मार्गों से निकाली गई। सजे-धजे रथों पर विराजमान भगवान श्री विश्वकर्मा की प्रतिमा, आकर्षक झांकियां, ध्वज पताकाओं से सुसज्जित शोभायात्रा और भक्तों के जयघोष से पूरा नगर भक्तिमय हो उठा। समाज के सभी वर्गों – बच्चे, युवा, महिलाएं एवं बुजुर्ग – ने नृत्य, भजन-कीर्तन और जयकारों के साथ इस ऐतिहासिक शोभायात्रा में भाग लिया।
भंडारा – श्रद्धालुओं के लिए स्नेह और सेवा का महाभोज
कार्यक्रम के समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने सुस्वादु प्रसाद ग्रहण कर इस आयोजन को सफल बनाया। समिति द्वारा सेवा-भाव से आयोजित इस भंडारे में समाज बंधुओं और नगरवासियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
समाज के योगदान और भविष्य की प्रतिबद्धता
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों, गणमान्य अतिथियों, पदाधिकारियों एवं समर्पित कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। समिति ने सभी सहयोगियों और सहभागियों का हृदय से आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इसी प्रकार के धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की प्रतिबद्धता दोहराई।
“यह आयोजन केवल भक्ति और श्रद्धा का पर्व नहीं था, बल्कि समाज की एकता, संस्कृति और परंपराओं को सुदृढ़ करने का संकल्प भी था। श्री विश्वकर्मा जी की कृपा से यह परंपरा आगे भी इसी गरिमा और भव्यता के साथ जारी रहेगी।”
– श्री विश्वकर्मा जांगिड़ समाज सेवा समिति, बिजयनगर