प्रमोद राऊत,Key Line Times
पुणे,हाल के दिनों में मंदिर-मस्जिद विवादों के लेकर देशभर में गरमायी सियासत के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने बड़ा बयान दिया और कहा कि अयोध्या राम मंदिर निर्माण (Ayodhya Ram Mandir) के बाद कुछ लोगों को ऐसा लग रहा है कि वे ऐसे मुद्दों को उठाकर हिंदुओं के नेता बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि ये नए विवाद स्वीकार्य नहीं है। दरअसल, पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने समावेशी समाज की वकालत की। उन्होंने कहा कि दुनिया को दिखाने की आवश्यकता है कि देश सद्भावना के साथ रह सकता है। RSS चीफ ने कहा कि रामकृष्ण मिशन में क्रिसमस मनाया जाता है। केवल हम ऐसा कर सकते हैं, क्योंकि हम हिंदू हैं।
हिंदुओं का नेता बनने की कोशिश- मोहन भागवत
हिंदू सेवा महोत्व कार्यक्रम के दौरान आरएसएस चीफ ने हाल के मंदिर मस्जिद विवादों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के बाद कुछ लोगों को लगता है कि वे नई जगहों पर इसी तरह के मुद्दों को उठाकर हिंदुओं के नेता बन सकते हैं लेकिन यह किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है।
RSS चीफ ने भारतीय समाज में विविधिता को लेकर कहा कि हम लंबे समय से संद्भावना से रह रहे हैं। अगर हम दुनिया को यह सद्भावना प्रदान करना चाहते हैं, तो हमें इसका एक मॉडल बनाने की जरूरत है।