





डीएसटी के दो जवानों को मिला गैलेंट्री अवार्ड,
विशिष्ट सेवाओं और बहादुरी का मिला इनाम देवाराम विश्नोई ओर भवानी चौधरी ने जीती पदोन्नति की दौड़
एएसआई से पद्दोन्नत होते हुए देवाराम विश्नोई एस आई ओर कमांडो भवानी चौधरी बने हैड कांस्टेबल
रामदेव सजनाणी/जोधपुर। जिला स्पेशल टीम में के दो सदस्यों को रेंज आईजी जयनारायण शेर और ग्रामीण जोधपुर एसपी धर्मेंद्रसिंह यादव की सिफारिश पर गैलेंट्री प्रमोशन दिया गया है।तीन साल पहले जब शामिल किए तो उस समय देवाराम विश्नोई बतौर एक हैड कांस्टेबल के रूप में अपनी सेवा दे रहे थे।जिले भर की पुलिस से चुन चुन कर बनाई जाती है जिला स्पेशल पुलिस टीम जिसका कार्यक्षेत्र पूरा जिला होता है।वह थानों के समानांतर काम करती रहती है लेकिन उसकी प्रासंगिकता उस समय सबसे बेहतर हो जाती है जब वह टीम बहुत ही जटिल केस खोल कर रख देती है या किसी तरह के क्रिमिनल को पकड़ने या क्राइम को घटित होने से पहले ही रोक लेती है।ऐसे में टीम में हर जवान काबिलियत के आधार पर चुना जाता है जो जिले से एसपी ओर रेंज के आईजी के निर्देशन में काम करती है।इसी टीम के एक ऐसे ही जांबाज सिपाही है देवाराम विश्नोई जो शुरू से टीम में एक हैड कांस्टेबल के पद पर रहते हुए शामिल हुए।देवाराम विश्नोई ने शुरू से ही अपने प्रशिक्षणार्थी कौशल और बुद्धिमानी का उपयोग कर बतौर टीम के सदस्य कुछ ऐसे काम किए जिससे वे जिले के बड़े पुलिस अधिकारियों की नजर में आये।उन्होंने कई जटिल केस को सुलझाने ओर कई बड़े क्राइम को खोलने, क्रिमिनल को पकड़ने में टीम में अपना एक अलग ही योगदान दिया जिसके फलस्वरूप वे साल डेढ़ साल मे ही हैड कांस्टेबल से सहायक उप निरीक्षक ओर अब उप निरीक्षक बन गए है।उनके काम को देखते हुए रेंज आईजी जयनारायण शेर ओर जोधपुर ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने समय समय पर उन्हें प्रेरित किया और आईजी शेर ओर एसपी यादव की सिफारिश पर ही उन्हें आगे से आगे टीम में पुरुस्कार ओर पद्दोन्नति मिलती गई।जब विभाग और उसके बडे अधिकारी अपनी टीम का इसी तरह से हौसला बढ़ाते है तभी टीम के सदस्य अपना हर काम पूरी ईमानदारी और लगन से करते हैं और हर दिन अधिकारियों से प्रेरित होते रहते है।साल भर में देवाराम विश्नोई ने ऐसे बहुत से कार्यों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया जिसके चलते आज जोधपुर जिले में पुलिस का आदर्श वाक्य जमीनी स्तर पर चरितार्थ होता दिख रहा है जो है आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय।जिले की पुलिस ने पिछले साल भर से जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए अपराध, तस्करी, माफियाओं ओर गैंगस्टरों पर ऐसी प्रभावी कार्रवाई की है जिसके चलते आज अपराधी बिलों में घुस चुके है और अधिकतर जेल में बंद है।हाल ही में फिर से पद्दोन्नति पाकर एसआई बने देवाराम ओर कमांडो भवानी चौधरी ने हर तरह के अपराध और अपराधियों को पकड़ने ओर उनका नेक्सेस तोड़ने में अपनी भूमिका निभाई है जिनमें लम्बे समय से पुलिस के लिए चुनोती बने फ़रार गैंगस्टरों को पकड़ने, अवैध डोडा पोस्त से लेकर अन्य ड्रग्स सिंडिकेट,बड़े लूट और डकैती की वारदात,देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले जाली नोट के अलावा राज्य में सबसे चर्चित पेपर लीक प्रकरण के मास्टर माइंड ओर सरगना को दूसरे राज्यों से गिरफ्तार करने में अपना वो योगदान दिया जिसके कारण आईजी ओर एसपी ने देवाराम को एस आई और कमांडो भवानी को हैड कांस्टेबल पद पर पद्दोन्नति देने की सिफारिश की।विभाग के अलावा आमजन के भरोसा भी मजबूत किया और राज्य के व्यापारी वर्ग ने भी किया था सम्मान जिले की सबसे बड़ी 81 लाख की लूट का पर्दाफाश करने और लुटेरों को पकड़ने पर फलौदी के सामाजिक संगठनों और व्यापारियों ने भी विश्नोई को विशेष पुरुस्कार भी दिया है।
इन कारवाइयों में रहा विशेष योगदान —
जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि 1.राज्य सरकार की बड़ी चुनोती पेपर लीक के सरगना की दूसरे राज्य से गिरफ्तारी।2.जोधपुर की सबसे बड़ी लूट की वारदात का पर्दाफाश कर नगदी सहित लुटेरों की गिरफ्तारी।3.डोडा पोस्त ओर चरस जैसे ड्रग्स नेटवर्क को तोड़ना।4.भारतीय जाली मुद्रा चलाने वाले गिरोह का नेटर्वक तोड़ना।5.जिले के कई ब्लाइंड मर्डर केसों का महज कुछ घण्टों में खुलासा ओर कई हत्यारों की गिरफ्तारी।6.कई हथियारों सहित लम्बे समय से फरार गैंगस्टरों की गिरफ्तारी।7.जोधपुर शहर में तृतीय श्रेणी शिक्षक प्रतियोगी परीक्षा में मुन्ना भाई (फर्जी अभ्यर्थी) पकड़वाना एवम् हाई कोर्ट एलडीसी प्रतियोगी के दौरान नक़ल गिरोह को दस्त्याब करवाना।आरोपियों की गिरफ्तारी एवं अवैध हथियारों के साथ दर्जनों बदमाशों को दबोचने के अलावा कई सनसनीखेज प्रकरणों के खुलासे में मुख्य भूमिका रही है।


