गांव के सैकड़ो लोगों ने नम आंखों से दी विदाई।
दुर्जनराम की रिर्पोट /की लाइन टाइम्स
सोलंकियातला। सोलंकिया तला निवासी जसवंत सिंह भारतीय सेना के आर्मी मेडिकल कोर में हवलदार क्लर्क के पद पर कार्यरत थे जिनका बीमारी के चलते 24 नवंबर को देर रात इलाज के दौरान दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनकी पार्थिव देह को एंबुलेंस के जरिए 26 नवंबर को सुबह 9:00 बजे पैतृक गांव लाया गया जहां सेना के ट्रक के जरिए उनकी पार्थिव देव को शमशान घाट लेकर जाया गया। जहां सेना की टुकड़ी ने सैनिक सम्मान के साथ मातमी धुन बजाकर, शस्त्र झुकाकर व पुष्प चक्र अर्पित कर हवलदार को अंतिम विदाई दी।
जानकारी के अनुसार जसवंत सिंह ने 14 वर्ष तक भारतीय सेवा में सेवाएं दी। बीमारी के चलते 40 दिन की छुट्टी पर घर आए हुए थे जिनको पीलिया रोग हो गया था 18 नवंबर को जोधपुर के मिलिट्री एम एच अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर हालत को देखते हुए दिल्ली के सेना के अस्पताल में ट्रांसफर किया गया जहां 24 नवंबर को इलाज के दौरान निधन हो गया। हवलदार की पार्थिव देह गांव पहुंचने पर सेना के ट्रक के साथ सैकड़ो की संख्या में लोग भारत माता की जयकारों के साथ शमशान घाट तक पहुंचे। श्मशान घाट जसवंत सिंह अमर रहे तथा भारत माता की जयकारों से गूंज उठा।
पिता और सभी भाई सेना में- हवलदार जसवंत सिंह के पिता बुध सिंह की सेवा में थे जो अब सेवानिवृत हो गए हैं तथा जसवंत सिंह के दो बड़े भाई मनोहर सिंह की ड्यूटी सूरतगढ़ में है तथा भगवान सिंह जिनकी ड्यूटी पुणे में है जो भारतीय सेवा में सेवाएं दे रहे हैं हवलदार जसवंत सिंह की एक 7 साल की बेटी तथा 5 साल का लड़का है।
यह रहे मौजूद- सेना के लेफ्टिनेंट राजेश, सैनिक कल्याण संगठन के खेत सिंह, नायक सूबेदार हरि सिंह, विधायक प्रतिनिधि एवं पीसीसी सदस्य उम्मेद सिंह राठौड़, पंचायत समिति सदस्य कुंभाराम सुथार, सरपंच प्रतिनिधि मांगूराम भील, देवराजगढ़ सरपंच प्रतिनिधि सुमेर सिंह, बापू नगर सरपंच प्रतिनिधि विजय कुमार दहिया, सेना के जवान, पुलिस प्रशासन सहित सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।