ग्रीन पार्क (दक्षिण दिल्ली) युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी कुन्दनरेखा (ठाणा 4) के पावन
सानिध्य में एवं तेरापंथी सभा दक्षिण दिल्ली के तत्वाधान में ‘एंगर मैनेजमेंट’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर साध्वी कुन्दन रेखा ने कहा-आगम के अनुसार अनन्तकाल तक विकास के दरवाजे पर ताला लगाने वाला अनन्तानुबन्धी क्रोध है, जो अन्त:की गहराईयों से विकराल रूप धारण कर व्यक्तिश: भी नुकसान पहुंचाता है और दूसरे भी उसकी गिरफ्त से बच नहीं सकते ! इसलिए क्रोध को विष कहा है। वर्तमान युग में इस कहर से घर की खुशहाली समाप्त हो रही है। आपसी सम्बन्धों में दरारें एवं प्यार के मायने समझ से दूर होते जा रहे हैं। अपेक्षा है क्रोध को मैनेज करें | इस की दिशा को बदल दें, ताकि उस बेस्ट ऊर्जा को अध्यात्म मय ऊर्जा में बदल सके! इसके लिए जरूरी है इस सत्य से जुड़े रहें- मैं क्रोध नहीं हूँ, क्रोध मेरा स्वभाव नहीं, विभाव है। ऐसे वक्त पर मौन रह कर लम्बी-गहरी सांस के साथ चमकीले सफेद रंग को भीतर ले जायें | उपशमकषाय की साधना के लिए एक-दूसरे का सम्मान एवं अहमियत जाने, जरूरी है तभी हमारी विभाव भय चेतना को स्वभाव में स्थापित किया जा सकता है।
साध्वी सौभाग्य यशा ने कहा क्रोध एक ऐसी ज्वालामुखी हैं
कि कितने दिलों को बेरहमी से जला डालती है वैज्ञानिकों
ने क्रोधाविष्ट मनुष्य के रक्त को मेंढ़कों में डाला तब कुछ देर तड़पने के पश्चात सभी मेंढक अपनी जान गवां चुके थे | अपेक्षा है समता रस के अनुपान की मात्रा बढ़ाये, जीवनको खुशहाल बनाये कार्यक्रम का प्रारंभ महिलामण्डल एवं तेरापंथी सभा के संयुक्त सनिधी में मंगलाचरण द्वारा किया गया। इस अवसर पर मेमोरी पावर, ब्रेन वाशिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें लगभग 85-90 भाई-बहिनों की सह भागिता रही ! साध्वी कल्याण यशा एवं साध्वी कर्त्तव्ययशा जी की सहभागिता रही कार्यक्रम में सभा अध्यक्ष दक्षिण दिल्ली श्री हीरालाल गेलडा, मंत्री यश बरमेचा, उपमंत्री पूजाजैना सुरजीत जी, उपाध्यक्ष अशोक कोठारी और प्रदीप बंसल, पूर्व अध्यक्ष अरविंद जी रमेश जी गोयल और सुशीला गोयल आदि अन्य अनेक गणमान्य श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिती रही।
दक्षिण दिल्ली सभा🙏