

पार्टी की किसी भी गतिविधि की
पत्रकारों को नहीं दी जाती जानकारी
पत्रकारों के पीले कार्ड का गोरखधंधा
पत्रकार यूनियन ने डीपीआरओ का किया विरोध,
पत्रकार यूनियन द्वारा डीपीआरओ की बदली करने की मांग,
फिरोजपुर 22 जुलाई ( शिवम सेठी)
मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है परंतु समाज में दबे कुचले लोगों की आवाज को बुलंद करने वाले पत्रकारों की समाज में तो चाहे भरपूर इज्जत हो परंतु सरकार की पब्लिसिटी करने वाले विभाग के अधिकारी इन्हे कुछ नहीं समझते यह ऐसा विभाग है जिसकी आज सरकार को कोई जरूरत नहीं है एवं यह सरकार के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है क्योंकि इनका काम समाज में रह रहे सचेत नागरिक खुद कर रहे हैं एवं सरकार को इनकी लाखों रुपए की तनख्वाह का बोझ झेलना पड़ रहा है लोगों ने तो सरकार से यह भी मांग की है कि इस विभाग को बंद करके इस में कार्यरत कर्मचारियों की सेवाओं को दूसरे विभागों में लिया जाए एवं इन को दी जाने वाली तनख्वाह उचित कामों में लगे।
इसी संदर्भ में अपनी ड्यूटी को चंद पत्रकारों को समर्पित करते हुए फिरोजपुर के डीपीआरओ की तानाशाही सामने आ रही है अकाली दल से संबंध रखने वाले एवं उनकी जी हजूरी करने वाले एवं अब आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर भी फिरोजपुर में विद्यमान है जबकि इनकी बदली बठिंडा हो चुकी थी परंतु अपनी सियासी उठापटक के चलते एक दिन बाद ही अपने आर्डर रुकवा कर फिर फिरोजपुर में ही रह गए।
अकाली दल से संबंध रखने वाले फिरोजपुर के डीपीआरओ आज आम आदमी पार्टी का पल्ला पकड़े बैठा है और अपने आप को न्यूट्रल दिखाने की कोशिश कर रहे है।
सियासी आकाओं की शह पर हर वक्त अपनी मर्जी कर रहे है!पिछले दिनों इसी डीपीआरओ की बदली बठिंडा की गई थी और फिरोजपुर में अरुण चौधरी डीपीआरओ को तैनात किया गया था किंतु सियासी आकाओं की बदौलत दोबारा दूसरे ही दिन फिरोजपुर ही ज्वाइन कर गये।
येलो कार्ड की बात की जाए तो पत्रकारों का येलो कार्ड उनके अखबार चैनल की अथॉरिटी लेटर देखकर डीपीआरओ ऑफिस द्वारा बनाया जाता है अगर फिरोजपुर के पत्रकारों की बात की जाए जिनका येलो कार्ड बना हुआ है उनमें से आधे तो डीपीआरओ ने अपने चहेतों के बनवाए हैं जबकि फील्ड में काम करने वालों पत्रकारों से भेदभाव किया जा रहा है एवं उनके लिए अलग कायदे कानून बनाए जा रहे हैं जबकि कई ऐसे तथाकथित पत्रकार भी हैं जो जी हजूरी करके पीले कार्ड बनवा के ले गए हैं डीपी आर ओ के कुछ अपने तथाकथित व्यक्तियों जिनके पास सिर्फ चैनल की आईडी है वह हर प्रोग्राम में सिर्फ आईडी लेकर पहुंचते हैं ना तो उनकी आज तक खबर लगी है ना ही वीडियो चलती है के भी पीले कार्ड बनाए गए हैं इसके विपरीत कई वेब चैनल है जो की बहुत ही लोकप्रिय हैं जिनकी वीडियो चैनल पर डलते ही ज्यादा से ज्यादा देखी जाती है और जिसके पास अथॉरिटी है क्या वह पत्रकार नहीं है यह वही डिजिटल मीडिया है जिसके सहारे आम आदमी पार्टी ने पंजाब में अपनी सरकार बनाई है एवं अब इस समय इन को नजरअंदाज किया जा रहा है।
इस बात संबंधी विरोध गत दिवस तब देखने को मिला जब डीपीआरओ द्वारा कैबिनेट मंत्री के आने की जानकारी किसी को भी नहीं दी गई एवं कुछ अपने चुनिंदा चहेतों को ले जाकर उनकी कवरेज करवाई गई जब इस संबंधी सोशल मीडिया एवं नेशनल चैनल के पत्रकारों ने एतराज जताया तो इन्होंने सरकारी ग्रुप जिसके द्वारा पत्रकारों को सरकार के कार्यक्रमों की जानकारी मिलती है से रिमूव कर दिया गया जिससे कि यह सीधा सीधा ज्ञात होता है कि अकाली दल से संबंध रखने वाले डीपीआरओ नहीं चाहते कि आम आदमी पार्टी की खबरें एवं प्रयास जनता तक पहुंचे।
फिरोजपुर की पत्रकार यूनियन द डिस्ट्रिक्ट प्रेस क्लब फिरोजपुर एंड वेलफेयर सोसायटी की ओर से विरोध जताते हुए चेतावनी दी गई है कि डीपीआरओ फिरोजपुर अपना रवैया ठीक करें जब तक उसका रवैया ठीक नहीं हो जाता तब तक कोई भी सरकारी किसी भी विधायक के पक्ष विपक्ष में खबर नहीं लगाई जाएगी! अगर ऐसा ना हुआ तो पत्रकारों भाइयों द्वारा डीपीआरओ फिरोजपुर का बाय काट कर दिया जाएगा ! इस बाबत यूनियन के मेंबर जल्दी ही पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवान सिंह मान तथा आम आदमी पार्टी के लोक संपर्क मंत्री चेतन सिंह जोड़ा माजरा पंजाब को मिलेंगे लेकिन कवरेज तब तक नहीं होगी जब तक डीपीआरओ का रवैया ठीक नहीं हो जाता ।



