साउथ कोलकाता ,तेरापंथ भवन में युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री जिनेश कुमार जी ठाणा 3 के सानिध्य में संपन्न हुआ. कार्यक्रम का शुभारम्भ कुणाल मुनि ने नैतिकता के गीत द्वारा किया. समारोह में अणुविभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री प्रताप जी दुगङ ने नव मनोनीत अध्यक्ष श्री प्रदीप कुमार जी सिंघी शपथ दिलाई। अध्यक्ष ने अपनी कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष डॉक्टर पुखराज सेठिया उपाध्यक्ष डॉक्टर सुनीता सेठिया मंत्री श्री नवीन दुगङ, कोषाध्यक्ष श्री लक्ष्मी पत बैद , सहमंत्री श्री सुशील कोठारी एवं श्री अनुग्रह नारायण सिंह प्रचार प्रसार मंत्री श्री प्रदीप कुमार दुगड , मीडिया प्रभारी श्री अशोक कुमार संचेती संरक्षक सदस्य श्री प्रवीण सिरोहिया एवं श्रीमती कमला छाजेड़ के साथ ही कार्यकारणी सदस्य अजय पुगलिया,विनय सेठिया, सरोज देवी सिंघी , प्रमिला दुगड, अशोक पारख,मोहित भूतोडिया,सूरज ओसवाल, सुशीला श्रीमाल, चमन सुराणा, सुरेंद्र मुणोत , विजय चोपड़ा,रमेश जैन,संजय सिंघी,विनोद कोठारी,नोरतन बैद, प्रदीप बैद को पद गोपनीयता की शपथ दिलाई ।मुनि श्री जिनेश कुमार जी ने अपने आशीर्वचन में नई टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अणुव्रत समिति, कोलकाता अपने टीम के साथ अच्छा काम करे.75 वें अमृत महोत्सव पर अणुव्रत आंदोलन के सभी कार्यक्रमों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं. गणाधिपति पूज्य गुरुदेव श्री तुलसी के अणुव्रत आंदोलन के सपने को पूरा करें । प्रताप दुगड़ ने प्रकल्प के बारे में चर्चा की.अध्यक्ष प्रदीप सिंघी ने जन जन को इस आंदोलन से जुडने के लिए आह्वान करते हुए कहा कि एक स्वस्थ समाज, राष्ट्र एवं विश्व के निर्माण में सहयोग प्रदान करें , एवं बताया कि मुनि श्री के जन संपर्क अभियान के साथ हमारे मंत्री एवं कार्यकर्ता घर घर संपर्क कर रहे हैं. कार्यक्रम का कुशल संचालन मुनि श्री परमानंद जी स्वामी ने बहुत ही सुंदर ढंग से किया ।अणुव्रत की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में महासभा के प्रमुख ट्रस्टी श्री सुरेश जी गोयल साउथ कोलकाता सभा के अध्यक्ष विनोद चोरड़िया, मंत्री कमल सेठिया,सुरेंद्र दुगड़, भीखमचंद पुगलिया, विजयसिंह चोरड़िया,राजकरन, सिरोहियाभंवरलाल बैद,कोलकाता सभा के अध्यक्ष अजय भंसाली, टीपीएफ साउथ कोलकाता के अध्यक्ष धरम चंद धारीवाल,अणुवत समिति के भूतपूर्व अध्यक्ष विकास सुराणा, अणुविभा के मीडिया प्रभारी श्री पंकज जी दुधोडिया, वीरेंद्र बोहरा की गरिमामय उपस्थिति रही।