
गुजरात,आहवा-डांग
सरकारी माध्यमिक विद्यालय आहवा में ‘संविधान हत्या दिवस’ कार्यक्रम आयोजित।
भारतीय लोकतंत्र के एक काले अध्याय, आपातकाल लागू होने की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर, संविधान और लोकतंत्र के मूल्यों को बचाए रखने के लिए, 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ पर,गुजरात विधानसभा के नायब दंडकश्री एवं डांग विधायक श्री विजयभाई पटेल की अध्यक्षता में डांग जिले के मुख्यालय आहवा स्थित सरकारी माध्यमिक विद्यालय में ‘संविधान हत्या दिवस’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर श्री विजयभाई पटेल ने कहा कि 1975 का आपातकाल महज एक राजनीतिक निर्णय नहीं था, बल्कि यह भारत के संविधान और लोकतंत्र के मूल्यों पर सीधा हमला था।उस समय देश की आत्मा घायल हो गई थी। भारत का संविधान, जो करोड़ों भारतीयों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतीक था, एक पल के लिए बंधक बन गया था।
आपातकाल के दौरान प्रेस की आज़ादी पूरी तरह से छीन ली गई थी। सरकार तय करती थी कि अख़बारों में क्या छपेगा और क्या नहीं। विपक्ष के नेताओं को बिना किसी कारण जेल भेज दिया गया। लोकतंत्र की आवाज दबा दी गई। नागरिकों के मौलिक अधिकार, जो हमारे संविधान का मूल हैं, जिसे निलंबित कर दिए गए।
अंत में लोकतंत्र के चारों स्तंभों – कार्यपालिका, विधायिका, न्यायपालिका और मीडिया – को बंधक बना लिया गया। न्यायपालिका पर दबाव डाला गया। देश के अनेक नागरिकों, विशेषकर युवाओं, छात्रों और समाज सुधारकों ने अपने अधिकारों और लोकतंत्र की रक्षा के लिए आवाज उठाई। जैसा कि श्री विजयभाई पटेल ने आगे कहा था, उन्होंने लोकतंत्र के पुनरुद्धार के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया था।
कार्यक्रम में स्थानीय कानूनी विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित श्री चिरागभाई दिलीपभाई प्रजापति ने भी ‘संविधान हत्या दिवस’ का अवलोकन किया तथा 1975 में लगाए गए आपातकाल के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में आपातकाल लगाना निंदनीय है।
इतिहास के पन्नों में दर्ज है कि वर्ष 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने 25 जून को देश में आपातकाल लागू कर दिया था। आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (MISA) के तहत किसी को भी बिना किसी मुकदमे के हिरासत में लिया जा सकता था और जेल में डाला जा सकता था, जो लोकतंत्र की हत्या थी। उन्होंने कहा कि इसलिए इस ऐतिहासिक दिन का महत्व जानना महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम के दौरान सभी ने राज्य स्तर से प्रसारित राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल के कार्यक्रम को देखा। साथ ही आपातकाल पर बनी लघु फिल्म भी देखी गई।
कार्यक्रम में अहवा ग्राम पंचायत के उपसरपंच श्री हरिराम सांवत, जिला पुलिस अधिक्षक श्री यशपाल जगानिया, प्रायोजना वहिवटदारश्री आनंद पाटिल, निवासी अधिक कलेक्टर श्री वी.के. जोशी, प्रान्त अधिकारी सुश्री काजल आंबलिया, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जिग्नेश त्रिवेदी, जिला युवा विकास अधिकारी श्री विरल चौधरी, खेल अधिकारी श्री अलकेश चौधरी सहित समन्वय अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।