
बारिश में खिल उठता है डांग का सौंदर्य, दर्शनीय स्थलों की भरमार।
गुजरात,आहवा-डांग:
डांग, जिसे “छोटा कश्मीर” भी कहा जाता है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। मानसून के दौरान, यह क्षेत्र और भी अधिक मनमोहक हो जाता है, जिसके झरने बहते हैं और हरियाली छा जाती है। डांग घने जंगलों, ऊंचे पहाड़ों और शांत झीलों से युक्त है, जो इसे पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।
डांग अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए एक अद्भुत जगह है। यदि आप प्रकृति से प्यार करते हैं, तो डांग निश्चित रूप से आपके लिए घूमने लायक जगह है। डांग घूमने का सबसे अच्छा समय मानसून (जून से सितंबर) के दौरान होता है, जब मौसम सुखद होता है और प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम पर होती है।
गुजरात पर्यटन विकास निगम द्वारा हर साल गुजरात के एकमात्र हिल स्टेशन सापुतारा में ‘ मेघ मल्हार पर्व का आयोजन किया जाता है । राज्य में सुहाने मानसून के बीच जुलाई से शुरू यह उत्सव एक महीने तक चलता है। जिसमे सांस्कृतिक कार्यक्रमों, मनोरंजन गतिविधियों और पारंपरिक उत्सवों की एक विस्तृत श्रृंखला होती है।
डांग में घूमने और देखने के लिए कई जगहें हैं। इनमें से कुछ लोकप्रिय स्थानों में शामिल हैं:
- सापुतारा: गुजरात मे आया हुआ एक मात्र हिल स्टेशन है जो महाराष्ट्र की सरहद पर सह्याद्रि पर्वतमाला के जंगल मे 1000 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ है।
- गीराधोध: यह एक जलप्रपात है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
- बॉटनिकल गार्डन: यह एक वनस्पति उद्यान है जिसमें विभिन्न प्रकार के पौधे और पेड़ हैं।
- पांडव गुफा: यह माना जाता है कि यह गुफा पांडवों ने निर्वासन के दौरान बनाई थी।
- डॉन हिल स्टेशन: यह एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है जो अपनी मनोरम दृश्यों के लिए जाना जाता है।
- शबरी धाम: यह धार्मिक स्थल भगवान राम और शबरी के मिलन स्थल के रूप में जाना जाता है।
- यू टर्न गिरमाल: यह एक घुमावदार सड़क है जो डांग के घने जंगलों से होकर गुजरती है।
- गिरमाल फॉल्स: यह एक और जलप्रपात है जो अपनी ऊंचाई और शक्ति के लिए जाना जाता है।
- महाल कैंप साइट: यह एक कैंपिंग स्थल है जो प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श है।
- देवी का तल: यह एक झील है जो अपनी शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।
- मायादेवी: यह एक मंदिर है जो देवी माया को समर्पित है।
इनके अलावा आपको बता दे की डांग जिले में ऐसे कई छोटे बड़े वोटर फ़ॉल एवं धार्मिक स्थल के साथ प्रकृति से भरपूर घने जंगल और नदी-झरने जैसे दर्शनीय स्थलों को देखकर स्वर्ग का अनुभव होता है।