सतीश चंद लुणावत, राष्ट्रीय संवाददाता
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बिजयनगर,श्री प्राज्ञ महाविद्यालय में आज एक विशेष प्रेरणादायक सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व आरएएस अधिकारी एवं वर्तमान में प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हर्षिता महनोत ने महाविद्यालय की RAS एकेडमी में आरएएस एवं यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों से संवाद किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्रों में विशेष उत्साह देखा गया।
हर्षिता महनोत ने अपनी यात्रा “आरएएस से आईएएस” तक की संघर्षपूर्ण एवं प्रेरक कहानी साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार सीमित संसाधनों और अनेक चुनौतियों के बावजूद उन्होंने अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के विभिन्न चरणों — प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार — की तैयारी से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
सत्र में उन्होंने छात्रों को तैयारी के लिए सही रणनीति अपनाने, नियमित अध्ययन, समसामयिक घटनाओं की जानकारी रखने और उत्तर लेखन कौशल को सुधारने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सफलता केवल पढ़ाई से नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता और सकारात्मक सोच से भी जुड़ी होती है तथा सिविल सेवा केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि समाज सेवा का एक माध्यम है। इसमें शामिल होकर युवा देश निर्माण की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभा सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित हुआ, जिसमें छात्रों ने हर्षिता महनोत से खुलकर प्रश्न पूछे और मार्गदर्शन प्राप्त किया। उनके उत्तरों ने उपस्थित छात्रों को नई ऊर्जा, स्पष्टता और दिशा प्रदान की।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्या डॉ.दुर्गा कंवर मेवाड़ा, समस्त संकाय सदस्य एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी, मार्गदर्शक और प्रेरक बताया। यह सत्र निस्संदेह उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बना, जो भारतीय सिविल सेवा में अपना भविष्य देख रहे हैं।