
‘नर्सिंग की जननी’ के नाम से विश्व प्रसिद्ध नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जीवन पर एक नाटक प्रस्तुत किया गया।
गुजरात,आहवा-डांग
12 मई को “अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस” के उपलक्ष्य में आज डांग जिले के एकमात्र नर्सिंग स्कूल में ICN द्वारा वर्ष 2025 के लिए निर्धारित “अवर नर्सें, अवर फ्यूचर, ध इकोनॉमी पावर ऑफ़ केर ” थीम पर आधारित “अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस” मनाया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनरल अस्पताल आहवा के अधीक्षक श्री मितेश कुनबी उपस्थित थे। उन्होंने नर्सिंग केयर के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नर्सें डॉक्टरों और मरीजों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी सेवा प्रदान करने में नर्सों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। रोगी के उपचार में नर्सिंग देखभाल महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नर्सिंग देखभाल का मतलब सिर्फ मरीज को दवाइयां और इंजेक्शन देना ही नहीं है, बल्कि नर्सिंग देखभाल के माध्यम से मरीज का इलाज करते हुए अस्पताल में घर जैसा माहौल बनाना और स्वास्थ्य संबंधी शिक्षा की उचित समझ प्रदान करना भी है।
आहवा के स्कूल ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल श्रीमती मंजुलाबेन डी. गामित ने “अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस” मनाने का विचार दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में नर्सों के योगदान को देखते हुए हर साल 12 मई को पूरे विश्व में ‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य नर्सिंग पेशे में नागरिकों के समर्पण, सेवा और कड़ी मेहनत को मान्यता देना है। यह दिन दुनिया भर की नर्सों के लिए बहुत खास और गौरव का दिन है। 12 मई को चुनने का विशेष कारण यह है कि यह दिन ‘नर्सिंग की जननी’ के नाम से विश्व प्रसिद्ध नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्मदिन है।
नर्सिंग सिर्फ एक पेशा नहीं है, यह एक सेवा है। मानवता की भावना रखने वाला व्यक्ति नर्स बन सकता है। अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस उन लोगों को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने अपना पूरा जीवन मानव सेवा के लिए समर्पित कर दिया है। उन्होंने आगे कहा आज, जब पूरा विश्व स्वास्थ्य सेवा में नई चुनौतियों का सामना कर रहा है, नर्सों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
इस कार्यक्रम के दौरान, आहवा नर्सिंग स्कूल के विद्यार्थियों ने फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जीवन गाथा का अभिनय करके उन्हें याद किया। इसके साथ ही नर्सिंग छात्राओं द्वारा बाल शोषण, महिलाओं पर अत्याचार, आपातकालीन उपचार जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से विशेष जागरूकता दी गई।
उल्लेखनीय है कि गुजरात राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा संचालित डांग जिला जनरल अस्पताल के नियंत्रण में एकमात्र आहवा नर्सिंग स्कूल का उद्घाटन राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने किया था। वर्ष 2016 से संचालित इस नर्सिंग स्कूल में वर्तमान में लगभग 152 छात्राएं नर्सिंग छात्रावास में अध्ययन कर रही हैं। आज तक 556 से अधिक छात्रों ने यहां अपनी पढ़ाई पूरी की है और अपने लिए उज्ज्वल भविष्य का निर्माण किया है।