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सुरेंद्र मुनोत, ऐसोसिएट एडिटर
Key Line Times
साउथ कोलकता,युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री जिनेश कुमार जी ठाणा-3 के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर “नारीत्व का उत्सव : स्वरधारा व प्रेरणा सम्मान कार्यक्रम का आयोजन तेरापंथ भवन दक्षिण कलकत्ता में तेरापंथ महिला मंडल दक्षिण कोलकाता द्वारा किया गया। जिसमें पूर्वांचल, दक्षिण हावड़ा, उत्तर हावड़ा, मध्य कोलकाता, बेहाला, टॉलीगंज, हिंदमोटर, रिषड़ा, उत्तरपाडा, बाली-बेलुर, लिलुआ क्षेत्र की तेरापंथ महिला मंडलों की सहभागिता रही। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता श्रीमती संस्कृति जी भंडारी थी। इस अवसर पर उपस्थित नारी शक्ति को संबोधित करते हुए मुनिश्री जिनेश कुमार जी ने कहा कि दुनिया को संवारने सजाने वाली व संस्कृति को सुरक्षित रखने वाली एक विशिष्ट शक्ति का नाम नारी है। नारी समाज की संरक्षिका है। नारी ममता का मंदिर है, दिल का दरिया, विनय का वैभव व समर्पण की साधना है। सहनशीलता उसका स्वभाव है, प्रदान उसका धर्म है। भारत की नारी तप और त्याग, शक्ति, संयम की जीवंत प्रतिमा है। वह अंधकार से घिरे संसार में मानवता की जगमगाती तारिका है। वह मन के कण-कण में क्षमा की ज्योति जलाती है। वह लक्ष्मी, सरस्वती व दुर्गा की प्रतिक है। नारी जीवन निर्मात्री व भाग्य विधात्री होती है। मुनिश्री ने आगे कहा- बदलते परिवेश में नारी को सजग रहना बहुत जरूरी है। नारी सजग व संस्कारी है तो वह सशक्त होगी और सशक्त नारी से समाज समृद्ध होगा। नारी सशक्तिकरण के चार सूत्र है- आरोग्य, शिक्षा, स्वावलम्बन व श्रम ।अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी महिलाएँ सत्संकल्पों से संकल्पित होकर आगे बढ़ने का लक्ष्य रखें ।
बाल मुनि कुणाल कुमार जी ने सुमधुर गीत को संगान किया। इस अवसर पर उपस्थित मुख्य वक्ता संस्कृति जी भंडारी ने नारी के लक्ष्मी, दुर्गा व सरस्वती के नये रूप की व्याख्या करते हुए कहा- आज दिन महिलाओं के आत्म-चिंतन व मनन का दिन है। हमारे भीतर संतोष, काषाय को निमंत्रित करने की शक्ति व परिवर्तन की शक्ति होनी चाहिए।
कार्यक्रम का शुभारंभ बृहत्तर कोलकाता की तेरापंथ महिला मंडलों की सदस्यों द्वारा प्रेरणागीत के संगान से हुआ। स्वागत भाषण-तेरापंथ महिला मंडल साउथ कोलकाता की अध्यक्षा श्रीमती पद्माजी कोचर ने दिया । नारी सम्मान गीत का संगान साउथ कोलकाता तेरापंथ महिला मंडल द्वारा किया गया।
इस अवसर पर नारी सशक्तिकरण पर काव्यमयी प्रस्तुति के क्रम में श्रीमती आशा जैन-बेहाला, श्रीमती सरिता कोठारी-पूर्वांचल, श्रीमती अनिता सरावगी -उत्तर हावड़ा, श्रीमती मधु मनोत रिषड़ा, श्रीमती हिम्मत चोरड़िया साउथ हावड़ा, श्रीमती मंजु चोरड़िया – उत्तरपाडा, श्रीमती बबीता भरूट-हिंदमोटर, श्रीमती मालीदेवी संचेती – मध्यकोलकाता, श्रीमती रेखा कोठारी – टांलीगंज, श्रीमती रश्मि सुराणा – साउथ कोलकाता ने भावपूर्ण कविताएँ प्रस्तुत की।
कार्यक्रम के प्रथम चरण का संचालन मुनिश्री परमानंद जी ने किया।
कार्यक्रम का द्वितीय चरण प्रेरणा सम्मान के रूप में आयोजित हुआ। जिसमें प्रेरणादायी बहनों का सम्मान परिचय प्रस्तुति के साथ किया गया परिचय प्रस्तुति के क्रम में साउथ कोलकाता की अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती संगीता बाफणा, बेहाला की मंत्री श्रीमती महिमा कोठारी , उत्तर हावड़ा की श्रीमती सारिका राखेचा, रिषड़ा की श्रीमती सरिता बरड़िया, साउथ हावड़ा की अध्यक्षा श्रीमती चन्द्रकांता पुगलिया, हिंदमोटर की अध्यक्षा श्रीमती विनीता मालू मध्य उत्तर कोलकाता की अध्यक्षा श्रीमती संतोष बैद, टॉलीगंज की अध्यक्ष श्रीमती स्नेहलता पुगलिया ने अपने विचार व्यक्त किये। बहनों को सम्मानित किया गया। प्रेरणा सम्मान सत्र का संचालन व आभार अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं मंत्री श्रीमती अनुपमा नाहटा ने किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल कि ABTMM संरक्षिका नारी रत्न तारा देवी सुराणा, ट्रस्टी डॉ. सुरज बरडिया, श्रीमती कल्पना बैद, श्रीमती ज्योति जैन, SKMM की संरक्षिका श्रीमती चंपा देवी कोठारी, डॉ. प्रतिभा कोठारी, डॉ. पुखराज सेठिया, परामर्शकगण विशिष्ठ पदाधिकारी गण, कार्यसमिति की बहनें विशेष रूप से उपस्थित थी, वृहत्तर कोलकाता कि अचछी संख्या में बहिने उपस्थित थी।