नव वर्ष पर आध्यात्मिक अनुष्ठान एवं वृहद् मंगल पाठ का आयोजन
नया वर्ष मंगलमय हो-मुनि श्री जिनेश कुमारजी
राजरहाट कोलकाता
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री जिनेश कुमार जी ठाणा-3 के सान्निध्य में नये वर्ष सन् 2024 के आगमन के अवसर पर आचार्य महाप्रज्ञ महाश्रमण एजुकेशन एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन द्वारा महाश्रमण विहार में आध्यात्मिक अनुष्ठान एवं बृहद् मंगल पाठ कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए मुनि श्री जिनेशकुमार जी ने कहा सन् 2024 का आगमन, अंग्रेजी कलेंडर के अनुसार नये वर्ष का शुभारम्भ दुनिया में एक नये उत्साह का संचार कर रहा है। नये वर्ष का सूर्योदय नई प्रेरणा व नया संदेश लेकर आया है। नया वर्ष सभी के लिए मंगलमय, शांतिमय कल्याणमय व सफलतामय हो ऐसी में कामना करता हूँ।
नये वर्ष में स्वस्थ जीवन शैली के सूत्रों को अपनाएं। सम्यक् -श्वास, सम्यक् आहार, सम्यक् विचार, सम्यक् योग, सम्यक् आचार और संस्कार जीवन शैली को स्वस्थ बना सकते है। जिंदगी की ढोंग से नहीं ढंग से जीने का प्रयास तभी हो सकता है जब व्यक्ति का विचार स्वस्थ हो । जैन संस्कृति के अनुरूप श्रावक का जीवन होना चाहिए। जीवन में मैत्री भाव, प्रमोद भाव विकसित होने चाहिए। उन्होंने आगे कहा- भव की नहीं भाव की चिंता करो। भाव सुधरा तो भव अपने आप सुधर जाएगा। जिव्हा संभली तो जीवन संभला और जिव्हा बिगड़ी तो जीवन बिगड़ा। अपनी वाणी को स्वस्थ बनाएं। चित्र की नहीं चारित्र की व चरण की नहीं आचरण की पूजा करनी चाहिए। सभी शांति, जागरुकता व प्रसन्नता में रहे। नया वर्ष सभी के लिए मंगलमय हो। कार्यक्रम का शुभारंभ बाल मुनिश्री कुणाल कुमार जी के मंगलाचरण से हुआ। स्वागत भाषण AMMERF के अध्यक्ष भीखमचंद जी पुगलिया ने दिया। आभार ज्ञापन मंत्री सुरेन्द्र जी बोरड़ ने किया । कार्यक्रम का संचालन मुनिश्री परमानंदजी ने किया।
कार्यक्रम में मुनिश्री जिनेश कुमारजी द्वारा आध्यात्मिक जप अनुष्ठान करवाने के पश्चात बृहद् मंगल पाठ फरमाया गया। कार्यक्रम में बृहत्तर कोलकाता के विभिन्न सभा क्षेत्रों, कोलाघाट आदि से बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा साल्टलेक के साथ – साथ बृहत्तर कोलकाता की, सभी सभाओ का महत्वपूर्ण योगदान रहा।