दीक्षार्थी भाई श्री धनराज जी बैद का मंगलभावना समारोह:
शाहदरा दिल्ली
संयम ग्रहण कर धनराज जी जीवन को धन्य बनाएंगे
साध्वी अणिमाश्री 29/10/2023- साध्वी श्री अणिमाश्री जी के सान्निध्य में दिल्ली सभा एवं शाहदरा सभा के तत्वावधान में दीक्षार्थी भाई श्री धनराज जी बैद का मंगलभावना समारोह ’वर्धापना वैराग्य की’ कार्यक्रम मेजबान बैंकट हॉल के रमणीय परिसर में आयोजित हुआ। विशाल जनमेदिनी ने अणुव्रत गौरव, शासन-सेवी, दिल्ली के लाडले सपूत श्री धनराज जी बैद को हार्दिक शुभकामनाओं का उपहार संप्रेषित किया। साध्वी श्री अणिमाश्री जी ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा-भगवान महावीर ने चार वस्तुओं को दुर्लभ बताया है, उनमें एक है-संयम में पराक्रम। संयम में पराक्रम करने वाले विरले ही व्यक्ति होते हैं। उन विरल व्यक्तियों में एक नाम है। श्री धनराज जी बैद का। सतहत्तर वर्षीय प्रतिमाधारी श्रावक श्री धनराज जी बैद संयम-ग्रहण कर अपने नाम को सार्थक कर रहे हैं एवं संयम रूपी धन को प्राप्त कर जीवन को धन्य बना रहे है। धनराज जी बैद अभ्युदय की अभिनव दिशा को उद्घाटित करने के लिए कटिबद्ध है। इनके हृदय में शक्ति, भक्ति, श्रद्धा व समर्पण का दरिया हिलोरे ले रहा है। इनके रोम-रोम में संघभक्ति व गुरुशक्ति का नाद अनुगूंजित हो रहा है। ये उम्र से जरूर सतहत्तर वर्ष के हैं पर उत्साह, स्फूर्ति जवानों से बढ़कर है। सी.ए,सी.एस.जैसी महत्वपूर्ण डिग्रियों के धारक श्री धनराज जी बैद उम्र के इस पड़ाव में अपने आपको गुरु चरणों में सर्वात्मना समर्पित कर आनंद की अनुभूति कर रहे हैं, वो आनंद इनके चेहरे पर परिलक्षित हो रहा है। भाई श्री धनराज जी बैद ने अनेक केन्द्रीय संस्थाओं, दिल्ली की संस्थाओं तथा जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय में काम करके संस्थाओं के गौरव को अभिवर्धित किया है। 22 नवम्बर को पूज्यप्रवर के कर कमलों से संयम श्री का वरण कर साधना के तेज से जीवन को तेजस्विता का वरण करें एवं गण के गौरव को बढ़ाए। शुभ भविष्य की मंगलकामना। साध्वी श्री कर्णिकाश्री जी ने कहा-श्री धनराज जी बैद संयम के कंटकाकीर्ण पथ पर बढ़ने के लिए वज्र संकल्पित है। अनुस्रोत से प्रतिस्रोत की ओर बढ़ने के लिए चरणों को गतिमान किया है। हम आपके संकल्प की एवं बढ़ते कदमों का अभिनंदन कर रहे हैं। डॉ. साध्वी सुधाप्रभा जी ने कहा-असंयम के कोलाहल में संयम का शंखनाद करने वाले भाई श्री धनराज जी बैद संयम के ओलम्पिक में भाग लेने जा रहे हैं। संयम के ओलम्पिक में उत्साह व उमंग के साथ खेलना। कभी भी सिल्वर व ब्रांज मेडल से समझौता मत करना, गोल्ड मेडल के लिए प्रयासरत रहना। साध्वी समत्वयशा जी ने भिक्षु स्तुति, तेरापंथ स्तुति एवं मंगलभावना के गीत के द्वारा कार्यक्रम में विशेष समां बांधा। दीक्षार्थी भाई श्री धनराज जी बैद ने अपने भावों की प्रस्तुति देते हुए कहा-हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें जिन शासन में तेरापंथ धर्मसंघ मिला है। भिक्षुसंघ के मालिक आचार्य महाश्रमण जी सूर्य के समान तेजस्वी एवं प्रतापी शासक है। आचार्य तुलसी ने मेरे जीवन का निर्माण किया। आचार्य महाप्रज्ञ जी ने मुझे संघ की सभा-संस्थाओं में काम करने का अवसर प्रदान किया। मेरे परम उपकारी आचार्य महाश्रमण जी मुझे संयम-रत्न प्रदान कर मेरे चिरलक्ष्य को पूरा कर रहे हैं। तीन-तीन आचार्यों से मैंने कृपा प्राप्त की है। मैं श्रद्धानत होकर भावप्रणत हूँ। मेरे ऊपर साध्वी श्री अणिमाश्री जी का भी उपकार रहा है। आपने भी मुझे जीवन निर्माण एवं साधना के महत्वपूर्ण सूत्र प्रदान किए। आप द्वारा प्रदत्त सूत्रों के आधार पर मैं साधना के क्षेत्र में आगे बढ़ता रहूं। ऐसी कामना है। धनराजजी ने अपने परिवार एवं दिल्ली समाज के श्रावक-श्राविकाओं के प्रति भी अहोभाव प्रकट करते हुए सभी की मंगलभावनाओं को तहेदिल से स्वीकार किया। अजातशत्रु श्री मांगीलाल जी सेठिया,सुप्रसिद्ध समाज सेवी श्री के.एल. जैन,दिल्ली सभाध्यक्ष श्री सुखराज सेठिया,शाहदरा सभाध्यक्ष जी पन्नालाल बैद, गांधीनगर सभाध्यक्ष श्री कमल गांधी,निगम पार्षद श्री पंकज लूथरा,पूर्वी दिल्ली महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती सरोज सिपानी, गाजियाबाद सभा मंत्री श्री रमेश बैंगानी,तेयुप दिल्ली से श्री पवन पारख, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष श्री मनोज बरमेचा, टीपीएफ से श्री नवनीत दुगड़,ओसवाल समाज के अध्यक्ष श्री आनन्द बुच्चा,
राजलेसर मित्र मंडल से अशोक बैद परिवारिक सदस्यों में सुपुत्र अनिल बैद, पुत्रवधु रेखा बैद, पौत्री शगुन बैद, दामाद आदित्य राखेचा ने दीक्षार्थी भाई को मंगल भावना संप्रेषित की। महिला मंडल की बहनों ने आरती गीत की शानदार प्रस्तुति दी। दिल्ली सभा एवं अन्य सभा के पदाधिकारियों एवं गायक श्री जयसिंह दुगड़,श्री मनोज नाहर, श्री संजय भटेरा आदि भाई एवं बहनों सामूहिक प्रस्तुति देकर पूरी परिषद को भाव-विभोर एवं गूंजायमान कर दिया। कार्यक्रम का कुशल संचालन दिल्ली सभा के महामंत्री श्री प्रमोद जी घोड़ावत ने समयबद्धता के साथ किया। शाहदरा सभा के मंत्री श्री सुरेश सेठिया एवं दिल्ली सभा के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप संचेती ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। आभार ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक बाबूलाल जी दुगड़ ने किया। सभी सभा संस्थाओं की ओर से दीक्षार्थी भाई का सम्मान हर्ष व उल्लास के साथ किया।