


डिजिटल युग में मोबाइल का सही उपयोग जानना जरूरी- रूमा देवी
“शी इज डिजिटल इंडिया” में बाड़मेर जिले की 13 हजार से ज्यादा महिलाओं को मिलेगा डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण
की लाइन टाइम ब्यूरो चिफ. सरुप प्रजापत.
बाङमेर/ बालोतरा – सामाजिक कार्यकर्ता और अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प फैशन डिजाइनर डॉ. रूमा देवी द्वारा ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान और मेक्सॉक्सो ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में “शी इज डिजिटल इंडिया” मुहिम के द्वितीय चरण की शुरुआत की गई है, जिसके तहत 3 हजार 6 सौ महिलाओं को एक दिवसीय बेसिक डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इस प्रोजेक्ट के तहत मंगलवार को डॉ रूमा देवी ने केरली नाड़ी, हझाणियों की ढाणी व मीठड़ा में संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों का दौरा किया तथा महिलाओं को डिजिटल शिक्षा हेतु प्रेरित करते हुए कहा की वर्तमान समय में लगभग हर हाथ में मोबाइल है। हम डिजिटल युग की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। सभी के पास मोबाइल तो आ गया है लेकिन उसका सही इस्तेमाल करना सभी नहीं जानते हैं। इसमें भी विशेष कर माताएं-बहने डिजिटल साक्षरता में बहुत पीछे हैं। वर्तमान समय में महिलाओं के लिए आगे बढ़ने के हेतु कई क्षेत्र व मौके हैं, ऐसे में हम डिजिटल ज्ञान अर्जित कर लें तो दैनिक जीवन के कई काम सुगमता से कर पाएंगे साथ ही एक छोटे से मोबाइल से पूरी दुनिया से जुड़ सकने में सक्षम हो जाएंगे।
2 चरणों में साढ़े 13 हजार से अधिक महिलाएं होंगी लाभान्वित
उन्होंने आगे कहा की ग्रामीण महिलाओं को बेसिक डिजिटल शिक्षा देने व जागरूक करने के उद्देश्य से पिछले वर्ष मेक्सॉक्सो ग्रुप के साथ मिलकर “शी इज डिजिटल इंडिया” प्रोजेक्ट शुरू किया था। जिसके प्रथम चरण में 10 हजार महिलाओ को डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण दिया गया था। इस वर्ष द्वितीय चरण में कुल 3 हजार 6 सौ महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस तरह कुल साढ़े तेरह हजार से अधिक ग्रामीण महिलाएं बेसिक डिजिटल शिक्षा से लाभान्वित हो पाएंगी।
महिलाओं को सशक्त बनाने में प्रशिक्षण होगा सहायक
संस्थान सचिव विक्रम सिंह ने बताया की संस्थान के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण प्रोग्राम चला रहे हैं। इसी क्रम में इस डिजिटल शिक्षा प्रशिक्षण से महिलाएं डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का बेहतर उपयोग करना सीख पाएंगी। जिसमें वह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर टाइपिंग, गूगल के माध्यम से इन्फोर्मेशन जानने, फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, अमेजोन, फ्लिपकार्ट इत्यादि प्लेटफ़ॉर्म से बिजनेस करने के साथ-साथ ऑनलाइन बैंकिंग और स्मार्टफोन का सदुपयोग किस तरह से करना चाहिए इत्यादि जानकारी प्राप्त करेंगी।
साथ ही करीब 4 महीने चलने वाले इस प्रशिक्षण में डिजिटल प्लेटफॉर्म के अलावा संस्थान और रूमादेवी फाउंडेशन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों व योजनाओं की जानकारी भी महिलाओ के साथ साझा कर उन्हें जागरूक किया जाएगा।
इन गांवो की महिलाओं को डिजिटल प्रशिक्षण में किया जाएगा शामिल
जिले के बूठ, बावड़ी, कोनरा, मीठड़ा, मते का तला, गुमाने का तला, देदुसर, सरूपे का तला, अभे का पार, नेतराड, बिजराड, धरासर, धनाऊ, सावा, हझाणियों की ढाणी, कलरों का तला, साइयों का तला, बिसारणिया,भूणिया, नेहरों की ढाणी, नवातला, मियों का तला, तालसर, केलनोर, पौशाल, हूरों का तला, आलमसर, शौभाला जैतमाल, तारातरा, बामणोर, दुधु आदि गाँवों की महिलाओं को इस डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण में शामिल किया जायेगा।




