300 करोड़ का घोटाला
किसान पृष्ठ रहे. कहां गई घोटाले की फसल
घोटाला कितना बड़ा अभी आठ गांवों का 2 साल का सामने आया
गणेश जैन फलसूंड जिला जैसलमेर
प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है। ग्राम सेवा सहकारी समितियों, कृषि व राजस्व विभाग के कार्मिकों व बीमा कंपनी एचडीएफसी एग्रो जनरल इंश्योरेंस र के स्तर पर लाखों हेक्टेयर खेतों के क्लेम फर्जी तरीके से उठा लिए गए। फिलहाल 2025 होने के से ज्यादा किसानों के साथ फर्जीवाड़ा 5 दस्तावेज सामने आए हैं। वहीं, 2500 अन्य किसान घपले की आशंका से चिंतित हैं। जो भी किसान अपना खसरा ऑनलाइन चेक कर रहे, उनका विवरण आ रहा है कि उनका क्लेम उठ चुका है। अकेले बाड़मेर व जैसलमेर जिले के 8 गांवों में ही 2 हजार खेतों का 300 करोड़ का क्लेम उठा लिया गया।
दस्तावेजों में हेरफेर, एक परिवार के
खेतों पर 5 लाख तक के क्लेम उठाए फर्जीवाड़ा फसलूंड, फुलासर, स्वामीजी की ढाणी, पारासर, कजोई, कराड़ा, हेमसागर, जैतपुरा, मानासर भणियाणा, • भीखोड़ाई जूनी में हुआ। यहां के किसानों के क्लेम दूसरे लोगों के दस्तावेज ऑनलाइन डालकर उठा लिए गए। 80% क्लेम राशि सोसायटियों के खास दो से पांच बैंक खातों में ही डाली गई। सोसायटियों ने दस्तावेजों में हेराफेरी कर खेत में किसी को हिस्सेदार बनाया, खुद प्रीमियम भरा, फिर आवेदन कर क्लेम उठा लिया। एक-एक परिवार के खेतों में 2 से 10 तक फर्जी हिस्सेदार बता दिए। ऑनलाइन ऐसे खाता नंबर डाले, जो चहेतों के हैं। एक-एक परिवार के खेतों पर क्लेम के 2 से लाख रुपए उठा लिए गए।
किसान को पता ही नहीं, सोसायटियों ने प्रीमियम भरे, फर्जी हिस्सेदार बनाए, खराबा बता 300 करोड़ रु. के क्लेम हड़पे
भास्कर ब्रेकिंग ) सोसायटियों ने किसानों की बजाय चहेतों के बैंक खाता नंबर ऑनलाइन डाले
किसान बोले- मूंग बोया ही नहीं, खराबा कैसे बता दिया
फूलासर के किसान रेवत सिंह उर्फ भीख सिंह बताया- मैंने खेतों में मूंग बोए ही नहीं ग्राम सेवा सहकारी सोसायटियों और बीमा कंपनी ने मिलकर हजारों हेक्टेयर क्षेत्र में म भूग की फसल जलने के फर्जी
खतरा यह भीः खेत ही न छीनने लगें फर्जी हिस्सेदार
किसानों को आशंका है, खेतों में फर्जी हिस्सेदार फोटो ऑनलाइन डाउनलोड़ कर क्लेम उठा लिए। बना दिए. वे इस रिकॉर्ड • किसानों के नेतृत्वकर्ता फलसूंड निवासी की आड़ में खेत ही न छीन लें। कृषि आयुक्त गौरव अग्रवाल का कहना है ऐसा हुआ है तो गंभीर है, हम जांच कराएंगे। एक-दो बैंक खातों में ही सैकड़ों क्लेम डाले हैं तो यह खराबे की जांच से लेकर भुगतान की जांच में खामी है।
गंगासिंह जोधा ने कहा- गरीब-अनपढ़ किसानों से
बड़ी धोखाधड़ी हुई है। हमारे आठ गांवों में तो लगभग हा गावात सभी किसानों के क्लेम सोसायटियों की मिलीभगत से दूसरे लोगों ने उठा लिए। हम आंदोलन करेंगे। • देश में मध्यप्रदेश में 16658 करोड़ के बाद सर्वाधिक फसल बीमा वर्तम राजस्थान ने उठाए। यहां 2020 से 2022 के बीच 12714 करोड़ के क्लेम उठे। तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र है, जिसने 12452 करोड़ रुपए उठाए देश में कुल 59429 करोड़ के क्लेम उठे. इसमें 21.54% क्लेम अकेले राजस्थान में उठे
ग्राम पंचायत नेतासर में मेरा खेत है 300 बिघा जमिन है में हाल कर्नाटक में रह रहे हैं मगर मेरे खेत का केलम दुसरे खाते में केसे गया है हम बाहर रहते हैं कल मेरे खेत कब्जा कर सकते हैं प्रशासन से निवेदन है कि ऐसा ईनकी तुरंत फलसूंड थाना में एफ आई आर दर्ज में दुर्गचन्द जैन फलसूंड हाल निवासी कर्नाटक
क्लेम घोटाला • फर्जी तरीके से बीमा क्लेम राशि उठाने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जिद पर अड़े किसान किसानों का धरना-प्रदर्शन, समझौता वार्ता विफल रही पांच सोसायटियों में किसानों के साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत फसल बीमा पॉलीसी में फर्जी तरीके से बीमा क्लेम राशि उठाने वाले आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर किसानों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इससे पूर्व फलसूंड स्थित राजपूत सेवा समिति में बैठक का आयोजन किया गया।
सांठ-गांठ कर किसानों की फसलों
का बीमा क्लेम आया था उसे अपने चहेतों के खातों में डालकर किसानों को करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचाया है। किसानों ने नुकसान को लेकर कलेक्टर तथा उच्च स्तर के सभी अधिकारियों को सूचित किया है। इसके साथ ही इस संबंध में किसानों के साथ की गई धोखाधड़ी को लेकर पुलिस थाना में व्यवस्थापकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। जल्द ही किसानों को उनकी क्लेम की राशि खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस प्रमुख अब्दुला फकीर ने किसानों को आश्वस्त किया कि भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ कठोर से
किसानों के साथ हुई बैठक में देते हुए इन भ्रष्ट कर्मचारियों के फलसूंड क्षेत्र के किसानों ने उपखंड की मांग की। उन्होंने ज्ञापन में इस मामले में ऑनलाइन क्रॉप किसानों ने फसल बीमा राशि के की निष्पक्ष जांच की मांग की। किसानों ने बताया कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों और राजमथाई
किसानों ने उपखंड अधिकारी को सौंपा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन
व्यवस्थापकों द्वारा कागजात तैयार कर अपने एवं अपने परिवार और निजी व्यक्तियों द्वारा किसानों के फर्जी शपथ पत्र पेश करके फर्जी बंटाईदार बनाकर उनके नाम से प्रीमियम भरा गया। जिससे फर्जी बंटाईदारों के खातों में प्रीमियम की राशि जमा होने पर उठा दी गई। वहीं मूल किसानों को क्लेम राशि से वंचित रखा गया, जो किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया गया। अर्जुनसिंह, मदन गोपाल, हजारी कुमावत, जोगाराम, मदनसिंह, पप्पुराज, नारायणसिंह, रेंवतसिंह, किसान उपस्थित थे।
उपखंड अधिकारी ने 31 तक मांगे परिवाद: उपखंड
बताया कि फलसूंड तहसील की इंश्योरेंस एप के जरिए जानकारी फलसूंड, स्वामीजी की ढाणी, पदमपुरा, भुर्जगढ़ सोसायटी जो दी सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक शाखा करोड़ का घोटाला हुआ है।
अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि भणियाणा उपखंड के गांवों में कुछ ग्राम सेवा सहकारी समितियों द्वारा कुछ सीमित किसानों के नाम से कई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत फसल बीमा पॉलीसियां सृजित कर फर्जी बीमा क्लेम की शिकायतें प्राप्त हुई। वहीं खरीफ 2021 एवं खरीफ 2022 के संदर्भ में इन क्षेत्रों में ऐसे किसान व व्यक्ति जिनके नाम से फर्जी फसल बीमा पॉलीसियां सृजित की गई है, वे अपना परिवाद व शिकायत मय प्रमाण जांच दल के समक्ष 28 अगस्त को सुबह 11 बजे से लेकर 31 अगस्त को शाम 6 बजे तक तहसील कार्यालय
अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री नाम पर हुए करोड़ों रुपए के घोटाले अवसर पर उपस्थित पूर्व जिला नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंप ग्राम सेवा सहकारी समिति मानासर, मिली। इस दौरान ठाकुर गंगासिंह, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में कोऑपरेटिव सोसायटी एवं अन्य द्वारा वर्ष 2016 से 2023 तक हुए ब्रांच के मैनेजर ने आपसी कठोर कार्रवाई की जाएगी। घोटाले और किसानों से हुई ठगी के राजमथाई के अंतर्गत करीब 300 नखतसिंह, गिरधारीदास सहित कई फलसूंड में प्रस्तुत कर सकते हैं।