दक्षिण दिल्ली –
ग्रीनपार्क – साध्वी डॉ कुन्दन रेखा जी(ठाणा4) के पावन सान्निध्य एवं तेरापंथ सभा दक्षिण दिल्ली के तत्वाधान में दक्षिण दिल्ली महिलामण्डल के संचालन में’ ‘आज की रविवारीय कार्यशाला ‘का भव्य आयोजन किया गया। ‘कर्म विज्ञान – एक विश्लेषण’ विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए
साध्वी कुन्दन रेखा जी ने कहा– ‘कर्म एक पौदगलिक सत्ता है। निर्जीव है फिर भी इसके प्रभाव को अनदेखा नहीं किया जा सकता ! पूरे लोक में अनेकों किस्म की रजकणे भरी हैं। अलग-अलग किस्म की रजें अलग अलग कार्यों को संपादित करती है। उन्हीं में से एक है कार्मण वर्गणा की रजें, ये रजें केवल कर्मों के रूप में अपना कार्य कर चतुर्गति में भ्रमित जीवों में अपना प्रभाव दिखाती है। संसार की विभिन्नता का एक मात्र कारण है- कर्म | अनन्त काल से चेतनाएं चार गति रूपी लोक में भ्रमण कर रही है। जैसे भाव होते हैं, वैसे ही कर्म आत्मा के साथ संयुक्त हो जाते हैं। काल परिपाक के अनुसार वे अपना फल चेतनाओं को देते है। श्वास आवागमन की भांति यह व्यवस्था ऑटोमैटिक चलती रहती है। अत: जैनदर्शन के अनुसार आठों प्रकार के कर्म बंधन से बचने के लिए जरूरी है – भावधारा शुद्धिबने, सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े, ये तभी संभव है, जब भाव क्रिया जीवन के साथ जुड़ेंगी तथा हर पल हर क्षण आत्मा / चेतना की स्मृति रहेगी! अस्तु’ ‘कर्म’ पुद्गल होने पर भी जीवों को अनन्तकाल से परेशान कर रहे है। प्रबल पुरुषार्थ
के द्वारा यह संकल्प सुदृढ़ बने कि तीसरे भव में ही मोक्ष जाना है। साध्वी सौभाग्य यशाने कहा– आत्मा को निर्मल बनाने हेतु संयम, समता, सहनशीलता तथा उपशम भावों में रमण करें। जिसदिन इन गुणों का विकास प्रारंभ होगा, उसी दिन से कर्मों की उत्कृष्टनिर्जरा का द्वार खुल सकेगा। वैसे तो निर्जरा और बंध के द्वार खुला है, पर विशेष पुरुषार्थ से शीघ्र कार्य संपन्नकर सच्चा शाश्वत आनन्द प्राप्त हो सकेगा। सुमधुर गीत का संगान भी किया। कार्यक्रम का प्रारंभ तेरापंथ महिला मंडल के संगान से हुआ।
आज ‘पासिंग पार्सल क्विज’ का भी आगाज हुआ। संभावित 60 भाई-बहिन “इसमें संभागी बने ! वीनर के रूप में श्रीमान *सुशील जी पटावरी एवं रनर में – श्रीमति निर्मला कोठारी, श्रीमति शिल्पा बेद अध्यक्ष महिला मंडल रही, सभी विजेताओं को *अखिल भारतीय अनुव्रत न्यास के मुख्य ट्रस्टी श्री के.सी जैन* द्वारा पुरस्कृत किया गया।
इस प्रोग्राम के प्रायोजक श्रीमान उमराव सिंह जी अरविंद दूगड़ थे।
अध्यक्ष 🔆 हीरा लाल जैन
मंत्री यश बरमेचा
दक्षिण दिल्ली सभा
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