अणुव्रत ध्वज युरोप की ऊंची वर्फीली चोटियों पर
स्विजरलैण्ड-यूरोप
अणुव्रत अमृत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष में अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी ने अणुव्रत यात्रा का प्रवर्तन कर मानवता को नया आलोक प्रदान किया।राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशन में अनेक आयामों से अणुव्रत आंदोलन जन जन तक पंहुच रहा है।
अणुव्रत दर्शन विश्वजगत के लिए भी बहुत उपयोगी है, इसकी ग्लोबल अपील में भी जबरदस्त आकर्षण है।अपने यूरोप यात्रा के दौरान अणुव्रत विश्व भारती की संगठन मत्री डॉ. कुसुम लुनिया व कार्य समिति सदस्य डॉ. धनपत लुनिया ने स्विजरलैण्ड के मैटरहोन ग्लेशियर पैराडाईज एवं यूरोप में सबसे ऊंची वर्फीली चोटी मांऊट ऊंनफ्रो पर अणुव्रत ध्वज फहराया।
जिसे देखकर वंहा उपस्थित कई लोगों की जिज्ञासा जगी।नीदरलैण्ड की जोन व बर्नी ने भी अणुव्रत ध्वज को थामा।सैनफ्रासंसिसको की स्निग्धा और फ्रांस की तानियों को अणुव्रत दर्शन बहुत पंसद आया। उन्होने इसे अपनाने और प्रसार करने की भावना व्यक्त की।