सतीश चंद लुणावत, राष्ट्रीय संवाददाता
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बिजयनगर, क्या आप जानते हैं कि हमारे बच्चों में धार्मिक शिक्षा और संस्कारों के प्रति कितनी गहरी लगन है *श्री प्राज्ञ जैन युवा मंडल बिजयनगर द्वारा संघनायक पूज्य गुरुदेव श्री प्रियदर्शन मुनि जी म. सा. की सदप्रेरणा से आयोजित सात दिवसीय जैन धार्मिक शिक्षा एवं संस्कार शिविर का आज महावीर भवन में भव्य और ऐतिहासिक समापन हुआ, जिसने इस सवाल का शानदार जवाब दिया इस शिविर में 527 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो जैन धर्म के प्रति उनकी अगाध श्रद्धा और अपने गौरवशाली संस्कारों को आत्मसात करने की प्रबल इच्छा को दर्शाता है* यह सिर्फ एक शिविर नहीं, बल्कि ज्ञान, भक्ति और संस्कार का एक महाकुंभ था आस्था और उत्साह का बेजोड़ संगम एक सप्ताह की अद्भुत यात्रा का समापन इस अविस्मरणीय शिविर का समापन समारोह नवकार मंत्र के दिव्य उच्चारण के साथ शुरू हुआ, जिसने पूरे वातावरण को पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया। प्राज्ञ मंडल के ऊर्जावान अध्यक्ष अमित सिसोदिया ने मंच से सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और नन्हे प्रतिभागियों का हृदय से अभिनंदन किया। शिविर के सफल आयोजन के पीछे की अथक मेहनत और समर्पण को दर्शाते हुए, संयोजक अनिल भंडारी, विमल पोखरणा, और रिंकू बंट ने शिविर का संक्षिप्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उनके शब्दों में बच्चों के सीखने की ललक, उनकी जिज्ञासा और उनके उत्साह की हर झलक स्पष्ट दिखाई दे रही थी छोटे-छोटे बच्चों ने मनमोहक नाटक के द्वारा जैन धर्म की महिमा का मंचन किया और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया भविष्य के कर्णधारों का यह अवसर केवल शिविर समापन का नहीं, बल्कि प्रेरणा और सम्मान का भी था जहाँ अखिल भारतीय प्राज्ञ जैन युवा मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतुल कुमार पालडेचा के प्रतिनिधि के रूप में संपतराज सा बाबेल ने समारोह गौरव के रूप में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई, जिससे बच्चों का जोश और उत्साह आसमान छूने लगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी निहालचंद भटेवडा ने की, और समाजसेवी ताराचंद जी भंडारी ने मुख्य अतिथि के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाई । मंडल के मीडिया प्रभारी पवन बोहरा ने बताया कि बच्चों में धार्मिक संस्कारों के प्रति जो लगन और समर्पण दिखा, वह वास्तव में हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। शिविर में आयोजित परीक्षाओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभाशाली बच्चों को शानदार पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान न केवल उनके प्रयासों की सराहना थी, बल्कि उनके आत्मविश्वास को और भी मजबूत करने का माध्यम भी बना कार्यक्रम का सफल और प्रवाहपूर्ण संचालन संपत छाजेड़ एवं पुनीत कावड़िया ने किया । अंत में मंडल के मंत्री श्री गौतम जी श्री श्रीमाल ने सभी उपस्थित लोगों, आयोजकों और युवा साथियों का हृदय से आभार और साधुवाद प्रकट किया । समारोह का सबसे यादगार पल तब आया जब मुख्य अतिथि श्री अतुल जी पालडेचा की ओर से शिविर में भाग लेने वाले सभी बच्चों को आकर्षक उपहार प्रदान किए गए। बच्चों के चेहरों पर खिलखिलाती खुशी और आँखों में चमक देखने लायक थी । इस शिविर में जितने भी लाभार्थी परिवार थे उन सभी को माला पहनाकर, शॉल और मोमेंटो प्रदान किया गया ।समाज की एकजुटता का प्रदर्शन इस भव्य और ऐतिहासिक समारोह में श्री नानक श्रावक समिति के महामंत्री डॉ.ऋषभ चंद लोढ़ा, सहित जैन समाज के विभिन्न संस्थाओ के पदाधिकारी और श्री प्राज्ञ जैन युवा मंडल के सभी सदस्य की उपस्थिति ने दिया। यह आयोजन न केवल बच्चों में धार्मिक शिक्षा के महत्वपूर्ण बीज बोने में सफल रहा, बल्कि उन्हें अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और संस्कारों से जुड़ने की एक नई दिशा भी दी। यह शिविर इस बात का प्रमाण है कि जब समाज एकजुट होता है, तो वह नई पीढ़ी में संस्कारों की ऐसी अलख जगा सकता है, जो उनके भविष्य को आलोकित करती रहेगी।