*
*
अजीत बंसल जैन,ऐसोसिएट एडिटर
Key Line Times
जयपुर,परम पूज्य वात्सल्य रत्नाकर आचार्य श्री 108 विमल सागर जी महाराज के अंतिम दीक्षित शिष्य उपाध्यक्ष 108 श्री उर्जयंत सागर जी मुनिराज की प्रेरणा एवं सानिध्य में आज वैशाख कृष्णा द्वितीया दिनांक 14 अप्रैल 2025 को 44 दिवसीय कल्याण मंदिर विधान महानुष्ठान महानुष्ठान के अठाईसवे दिवस सर्वविघ्नोंपद्रव विनाशक, सर्व रोग शोक संकट हराए, सर्व तुष्टि पुष्टि कराए, सर्व आदि व्याधि दोष ग्रह निवारक कल्याण मंदिर विधान पुजा भक्ति भाव से नाचते गाते आनन्द पुर्वक सम्पन्न हुई।मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कमल दीवान ने बताया कि आज के विधान के मुख्य मुख्य पुण्यार्जक खेमचंदजी- नन्नी देवी जी दीवान परिवार, तीनों नसियां, एवं श्री संजयजी, श्री विशालजी, श्री सागरजी गोधा परिवार रहे। विधान की क्रियाएं पंडित श्री पारसजी सौगाणी ने करवाई।इस अवसर पर परम पूज्य उपाध्याय श्री ने अपने प्रवचनों में कल्याण मंदिर विधान कि महिमा से अवगत करवाया और भगवान महावीर स्वामी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला।मन्दिर प्रबंध समिति के उपमंत्री रवि पांड्या ने बताया कि आज देवाधिदेव 1008 श्री पार्श्वनाथ भगवान का गर्भ कल्याणक महोत्सव मनाया गया, अतिशयकारी भगवान पार्श्वनाथ भगवान की खडगासन प्रतिमा का पंचामृत महामस्तकाभिषेक सैकड़ों श्रावकों ने भक्तिभाव हर्षोल्लास से किया।विधान में कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक रुपेन्द्र (अशोक) छाबड़ा व संयोजक महेश छाबड़ा ने आगंतुकों का तिलक लगा माला पहनाकर सम्मान किया। मंदिर प्रबंध समिति के मंत्री श्री संजय गोधा ने बताया कि कल उनतीसवे दिवस दिनांक 15 अप्रैल 2025 को देवाधिदेव 1008 श्री पार्श्वनाथ भगवान के गर्भ कल्याणक महोत्सव पर अतिशयकारी भगवान पार्श्वनाथ की खडगासन प्रतिमा का का महामस्तकाभिषेक प्रातः 7.00 बजे होगा। विधान के मुख्य पुण्यार्जक श्री अशोकजी नेता, श्रीमती अल्काजी, श्री अर्पितजी, आयुषीजी गोधा लदाना वाले परिवार एवं प्रवीणजी (मैनेजर), श्रीमती बीना जी बज परिवार कानपुर वाले परिवार रहेगें।
कमल दिवान
अध्यक्ष