सतीश चंद लुणावत, राष्ट्रीय संवाददाता
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बिजयनगर,हमे इस देश की महान संस्कृति मिली अपने जीवन मे नैतिकता बनाये रखे।…श्री राजन मुनि जी म सा। (जयनगर बना धर्ममय नगरी तीन दिसम्बर की दीक्षा ब्यावर क्षेत्र मे होगी)
साधुमार्गी जैन के आचार्य श्री रामेश ने आज ब्यावर सघ विनती करने गया तब मांगलिक देने के पहले मुमुक्षु हर्षाली की तीन दिसंबर को ब्यावर या के डी जैन स्कूल नरभद खेडा ब्यावर श्री संघ को घोषित करी इसके बाद नोका निवासी श्रीमती हेमलता बांठिया नै गुरू देव से 156 उपवास के प्रत्याख्यान लिए गये।
इससे पहले शासन दीपक श्री राजन मुनि जी म सा प्रवचन देते हुए कहा पहले के लोग व आज के लोगो मे बहूत बडा फरक होता जा रहा है ज्यो ज्यो सुविधा बढती जा रही उतना दुखी होते जा रहे है।कल हमारी संस्कृति कैसी थी और आज कैसी हो रही है।पहले महापुरुषों के आगे हींसक से हींसक जीव जानवर उनके पास पहुचते ही शांत हो जाते थे क्योंकि उन्है मालुम है कहाँ शरण लेने से जान बच जायेगी।
म सा ने कहा आज सरकार अपना राजस्व बढाने मे अनैतिकता का कार्य भी करवा देते है जैसे शराब मीट को बढावा देना उसका निर्यात करके खजाना भरा जा सके।पहले के जमाने मे न शराब को जानते थे न मीट को तब वह भारत क्षेत्र सोनै की चिडिया कहलाती थी।उस समय के राजाओ मे नैतिकता होती थी।हमे अपने जीवन को नैतिकता से जोडें पुरानी सभ्यता को अपनावे क्योंकि हमे एक महान संस्कृति मिली है। संचालन महेश नाहटा व अध्यक्ष शांति लाल जी रांका ने करते हुए का बडा हर्ष हो रहा है काफी समय बाद आचार्य भगवन जयनगर पधारे है आप सभी का संघ की और से हार्दिक आभार व स्वागत करते हैं। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गोतम जी रांका ने कहा कलयुग के भाग्य विधाता सबका कष्ट मिटाने वाले आचार्य रामेश को वंदन करते है।आज मुमुक्षु हर्षाली अपने परिवार के साथ भगवन के दर्शन हेतु पहुंचे।
इस दौरान ब्यावर संघ,आसिंद संघ,भीलवाडा संघ रतलाम संघ,विजयनगर संघ व जयनगर के आस पास क्षेत्रों से सैकड़ों श्रावक श्राविका उपस्थित रहे। आचार्य भगवन ने सुबह बरसनी से उग्र विहार करते हुए शंभुपुरा होते हुए जयनगर जैन स्थानक मे मंगल प्रवेश हुआ। इस मौके पर पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गोतमचंद रांका,पूर्व महामंत्री संपत राज रांका स्थानीय अध्यक्ष शांतिलाल रांका,ब्यावर के अध्यक्ष विनय रांका, अरविंद मुथा,हुक्मीचंद ओस्तवाल, श्रैणिक नाहर, गोतम रांका, देवीलाल रांका,गुलाब चंद लोढा,अक्षय कोठारी, पदम कोठारी, प्रदीप बांठिया,धर्मी चंद रांका निर्मल गुलेछा,निर्मल खीवंसरा,गोतम चंद श्रीश्रीमाल, भीलवाड़ा संघ के अध्यक्ष बलवंत रांका, धनपत नाहर,नरेश श्रीश्रीमाल, मनोहर लाल बोहरा, तिलोक बाबेल,सम्मेत सैकड़ों लोग बिहार मे भाग लिया।