





आचार्य भिक्षु की लोह लेखनी से खींची अमित रेखाएं लक्ष्मण रेखा की तरह संघ को सुरक्षा प्रदान करती हुई अध्यात्म का आरोहण कर रही है
यह हमारा सौभाग्य है तेरापंथ की शक्तिवत्ता, प्राणवत्ता,और दीर्घ जीविता का आधार है एक आचार और एक विचार और एक आचार्य का कुशल नेतृत्व
आचार्य महाप्रज्ञ द्वारा तेरापंथ संघ की कुंडली के नवग्रहों की संयोजना तेरापंथ की उर्ध्व गामिता का आधार है
मर्यादा अनुशासन समर्पण और सुंदर व्यवस्थाओं से सुसज्जित यह संघ निरंतर गतिमान है
आचार्य भिक्षु के जन्म, बोधि और तेरापंथ स्थापना दिवस के उपलक्ष्य मैं शत शत नमन।
उपयुक्त विचार साध्वी डॉ कुंदन रेखा जी ने त्रिदिवसीय कार्यक्रम के पुनीत अवसर पर व्यक्त कर स्वयं के आध्यात्मिक जीवन की मंगल कामना की
साध्वी सौभाग्य यशा ने कहा ….तेरापंथ धर्म संघ का उदय एक आलोक सृष्टि का उदय है। तेरापंथ एक विचार है,समूह योजना का विस्तार है।
आचार्य भिक्षु के मर्यादाबल, अनुशासन बल,मनोबल,अध्यात्म सिद्धांत बल, और समाधान के इस संघ को सरसब्ज कर प्रफुल्लित ऐव पुष्पित किया, जो अपनी सौरभ से सम्पूर्ण संसार को सौरभमय कर रहा है।


