अंतरराष्ट्रीय जैन साहित्य संगम के संरक्षक *श्री शांतिलाल जी कोचर “गोल्डी”* विशाल जनसभा में गीत सुनाते हुए हजारों की संख्या में उपस्थित जनमेदिनी को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
अंतरराष्ट्रीय जैन साहित्य संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष *जगदीप जैन “हर्षदर्शी”* ने जानकारी देते हुए बताया कि बहुमुखी प्रतिभा संपन्न श्री गोल्डीजी” अनेक धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं से जुड़कर सेवाएँ दे रहे हैं । आप प्रतिष्ठित व्यवसायी के साथ कविहृदय साहित्यकार हैं । आप जीओ और जीने दो की भावना से हमेशा जरूरतमंद की मदद करना अपना सौभाग्य मानते हैं ।
जैन साहित्य संगम पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष सुरेन्द्र मुणोत “भारतभूषण” ने श्री शांतिलाल जी कोचर के व्यक्तित्व व कृतित्व की प्रशंसा करते हुए अपनी ओर से बधाई दी ।