मुंबई ज्ञानशाला द्वारा नवज्ञा कार्यशाला का सफल आयोजन….सुरेंद्र मुनोत, ऐसोसिएट एडिटर, Key Line Times. 2 अक्टूबर बुधवार, श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा मुंबई के तत्वावधान में मुम्बई ज्ञानशाला विभाग द्वारा महाप्रज्ञ पब्लिक स्कूल कालबादेवी के प्रांगण में आचार्य महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री कुलदीप कुमारजी एवं सहवर्ती मुनि श्री मुकुलकुमारजी के सान्निध्य में *”नवज्ञा – नव विचार नव दिशा”* कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की रूपरेखा आंचलिक संयोजिका श्रीमती राजश्री जी कच्छारा,आंचलिक सह संयोजिका अंजु जी चौधरी एवं विभागीय संयोजिका चंचल जी परमार ने की। कार्यक्रम की शुभ शुरुआत मुनिश्री ने नमस्कार महामंत्र से की। परामर्शक मधु जी मेहता ने ध्यान के प्रयोग करवाए। कार्यक्रम के प्रथम चरण में आशुभाषण प्रतियोगिता रखी गयी जिसमे 18 प्रतियोगियों ने भाग लिया, सभी को विषय उसी समय दिए गए । इस प्रतियोगिता में प्रथम – रेखा धाकड़ (सायन कोलीवाड़ा) ,द्वितीय- कविता बदामिया (पालघर) एवं तृतीय – कुसुम हिरण (चेम्बूर) व मीना मेडतवाल (वाशी) ने प्राप्त किया। सभी विजेताओं व प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया । आशुभाषण प्रतियोगिता का संचालन समिति सदस्या निर्मला जी मेहता ने किया और उसके निर्णायक की भूमिका मुंबई ज्ञानशाला की दोनों पूर्व आंचलिक संयोजिका श्रीमती निर्मला जी चण्डालिया एवं श्रीमती सुमन जी चपलोत ने निभाई । कार्यक्रम के द्वितीय चरण में महाप्रज्ञ जोन की प्रशिक्षिकाओं ने मंगलाचरण की सुंदर प्रस्तुति दी। श्रद्धेय मुनिश्री कुलदीप कुमारजी ने प्रेरणास्पद शब्दो में ज्ञानशाला के इतिहास पर प्रकाश डाला व नए ज्ञानार्थियों को जोड़ने की प्रेरणा दी। मुनि श्री मुकुल कुमार जी ने नवज्ञा का अर्थ बताते हुए मिच्छामि दुक्कड़, खमत खमणा के अनेक रहस्यों को उद्घाटित किया । प्रत्याख्यान ,प्रायश्चित, सारणा -वारणा ,सूझता असूझता आदि को समझाते हुए भक्तामर के श्लोक व लाभ की सभी को सूक्ष्म जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षिका कैसी हो, प्रशिक्षिका का गृहस्थ रूप कैसा हो आदि तथ्यों को समझाया। मुनिश्री द्वारा प्रदत्त नवरात्रि मंत्रों के जाप का संकल्प मुम्बई ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं ने लिया। परामर्शक हेमलता जी मादरेचा एवं नीलम जी कोठारी ने इन संकल्पों के लिए नवरात्रि मंत्र आराधना कार्ड बनाया और इस कार्ड द्वारा मुनिश्री के चरण कमलों में संकल्पों की भेंट समर्पित की गई । आंचलिक संयोजिका श्रीमती राजश्री कच्छारा ने स्वागत के स्वरों के साथ अपने भावों को अभिव्यक्त किया। मुंबई सभा के अध्यक्ष श्रीमान माणक जी धींग, महामंत्री दिनेश जी सुतरिया, नवरतन जी गन्ना, महाप्रज्ञ विद्या निधि फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष कुंदनमल जी धाकड़, दक्षिण मुंबई तेरापंथी सभा के अध्यक्ष सुरेश जी डागलिया,उपाध्यक्ष नितेश जी धाकड़, गणपत जी डागलिया, लक्ष्मीलाल जी डागलिया, तेयुप अध्यक्ष गिरीश जी सिसोदिया, महिला मंडल अध्यक्ष वनिता जी धाकड़ के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे और अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। तेरापंथ सभा दक्षिण मुंबई के ज्ञानशाला परिवार की तपस्वी प्रशिक्षक बहनों का सम्मान किया गया जिसका नामोल्लेख समिति सदस्य रेखा जी कच्छारा ने किया। विभागीय सह संयोजिका शीतल जी सांखला ने वीडियो प्रतिभागियों का नामोल्लेख किया। सूरत चातुर्मास में ज्ञानकुंज में वीडियो भेजने वाले मुम्बई ज्ञानशाला के भिक्षु, माणकगणी, डालगणी, कालुगणी एवं महाप्रज्ञ ज़ोन को सम्मानित किया गया, साथ ही ज्ञानशाला दिवस पर वीडियो बनाने वाले विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। जिसमे प्रथम डालगणी जोन, द्वितीय भारमल जोन व तृतीय जोन मघवागणी जोन रहे। ज्ञानशाला प्रशिक्षक परीक्षा की तैयारी कराने के लिए प्रशिक्षक सपना जी डागलिया ठाणे, रेखा जी धाकड़ सायन कोलीवाड़ा, कुसुम जी हिरण चेंबूर, रत्ना जी कोठारी घाटकोपर , संगीता जी हिरण भायंदर व इंद्रा जी चण्डालिया को सम्मानित किया गया। 100 %उपस्थित रहने वाली ज्ञानशालाओ की प्रशिक्षिकाओ को सम्मानित किया गया और लक्की ड्रॉ भी निकाले गए। कार्यशाला का कुशल संचालन विभागीय सह संयोजिका संगीता जी बाफना एवं समिति सदस्य नयना जी धाकड़ ने किया तथा आभार ज्ञापन समिति सदस्या वनिता जी धाकड़ ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में रेखा जी खाब्या, कामिनी जी बडाला, रिंकु जी भंसाली, सोनल जी हिंगड़, रमिला जी गन्ना, सुनीता जी कोठारी, मोनिका जी बापना, प्रीति जी एवं दक्षिण मुंबई की प्रशिक्षक बहनों का विशेष सहयोग रहा ।
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4 months ago