

दिल्ली पुलिस में मेंटनेंस कार्य के नाम पर 350 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। माइनर वर्क (छोटे-मोटे कार्य) के नाम पर 150 करोड़ और प्रोफेशनल सर्विस के नाम पर 200 करोड़ के फंड का दुरुपयोग किया गया।
प्रोजिवन एंड फाइनेंस डिवीजन के विशेष पुलिस आयुक्त ने सभी जिला पुलिस उपायुक्त व अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त को निर्देश देकर ब्योरा मांगा है। दिल्ली पुलिस के 40 से ज्यादा पुलिस उपायुक्त से ब्योरा मांगा गया है।
हालांकि, एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अभी जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि माइनर वर्क के फंड को प्रोफेशनल सर्विस के लिए इस्तेमाल किया गया। ये बात भी सामने आई है कि जिले व यूनिटों के डीसीपी ने प्रोफेशनल सर्विसेज के फंड को मूल उद्देश्य में खर्च करने के बजाय ज्यादातर खर्च छोटे-मोटे कार्यो जैसे थानों, पुलिस कॉलोनियों व अधिकारियों के कार्यालयों आदि की रंगाई-पुताई में दिखा दिया।
पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के आदेश पर विशेष पुलिस आयुक्त लालतेंद़ु मोहंती ने सभी जिला उपायुक्त को वायरलैस पर मैसेज भेजकर ब्योरा मांगा है। जांच के आदेश दे दिये गए हैं।
