देवातु ग्राम पंचायत के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय राणावतो का बास में कारगिल युद्ध में हुए शहीदों को याद किया एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किए l विद्यालय के इस कार्यक्रम में संस्थाप्रधान चावंडसिंह इंदा ने कहा कि मई से जुलाई 1999 में पाकिस्तान की सेना और उग्रवादियों ने भारत और पाकिस्तान के बीच की नियंत्रण रेखा पार करके भारत की ज़मीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश की। पाकिस्तान ने दावा किया कि लड़ने वाले सभी कश्मीरी उग्रवादी हैं, लेकिन युद्ध में बरामद हुए दस्तावेज़ों और पाकिस्तानी नेताओं के बयानों से साबित हुआ कि पाकिस्तान की सेना प्रत्यक्ष रूप में इस युद्ध में शामिल थी। लगभग 30,000 भारतीय सैनिक और करीब 5000 घुसपैठिए इस युद्ध में शामिल थे। भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्ज़े वाली जगहों पर हमला किया और धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से पाकिस्तान को सीमा पार वापिस जाने को मजबूर कर दिया। यह युद्ध ऊँचाई वाले इलाके पर हुआ और दोनों देशों की सेनाओं को लड़ने में काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। परमाणु बम बनाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ यह पहला सशस्त्र संघर्ष था। भारत ने कारगिल युद्ध जीता। इस युद्ध में हमारे देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए जंबाजों को सलाम शहीद की माताओं उनकी वीरांगनाओं को कोटि-कोटि नमन इस कार्यक्रम में अध्यापक कैलाशचंद्र, देवी सिंह सहित विद्यार्थियों ने भाग लिया ।