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सतीश चंद लुणावत, राष्ट्रीय पत्रकार
Key Line Times
रतलाम,आचार्य श्री उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक पूज्य श्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. के आगामी वर्षावास को लेकर श्री धर्मदास जैन श्रीसंघ रतलाम ने गुरु समक्ष जाकर पूरजोर विनंती की है। श्रीसंघ के श्रावक-श्राविकाएं, पदाधिकारी व सदस्यगण समय-समय पर प्रवर्तक पूज्य श्री जिनेन्द्रमुनिजी ंम.सा. की सेवा में पहुंचकर वर्षावास की विनंती कर रहे है। इसी क्रम में विनंती को लेकर श्रीसंघ के अध्यक्ष रजनीकांत झामर के नेतृत्व में संघ के पदाधिकारी व सदस्यगण मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे। यहां श्री महावीर जैन स्थानक भवन अरेरा कालोनी पर आयोजित धर्मसभा में मध्यप्रदेश शासन के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री चेतन्य काश्यप भी पहुंचे और विशाल धर्मसभा में वर्षावास की विनंती करते हुए कहा कि यह मेरा परम सौभाग्य है कि महान विभूति, मालव केसरी श्री सौभाग्यमलजी म.सा. की जन्मजयंती के अवसर पर मुझे आचार्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. के शिष्यरत्न, रत्नपुरी के रत्न प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. के चातुर्मास की विनंती करने का मौका मिला। मैं इस अवसर पर प्रवर्तकश्रीजी के चरणों में श्री धर्मदास जैन श्रीसंघ की ओर से भावभरी विनंती करता हूं। आप रत्नपुरी के लिए वर्ष 2025 के वर्षावास के लिए स्वीकृति प्रदान करने की महत्ती कृपा करे। आपके वर्षावास से पूरे क्षेत्र को ज्ञान, दर्शन, चारित्र व तप की आराधना करने का अभूतपूर्व अवसर प्राप्त होगा। मालव केसरी प्रसिद्ध वक्ता श्री सौभाग्यमल जी म.सा. की सरलता के गुणगान करते हुए करते हुए कहा कि वे आध्यात्मिक जगत के चमकते हुए सितारे थे। मेरी दादीजी के साथ मुझे भी मालवकेसरीजी एवं आचार्य उमेशमुनिजी के दर्शन, वंदन करने का अवसर मिला। आचार्यश्री उमेशमुनिजी व प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी के संयमी जीवन की भी चेतन्य जी काश्यप ने खूब-खूब अनुमोदना की। भोपाल श्रीसंघ द्वारा मंत्री काश्यप जी का अभिनंदन भी किया।इस अवसर पर श्रीसंघ अध्यक्ष रजनीकांत झामर ने श्रीसंघ की ओर से गुरु चरणों मे विनंती करते हुए कहा कि प्रवर्तक के रूप में आपका अभी तक रतलाम में वर्षावास नहीं हुआ, काफी लम्बा समय हो गया हम आपके चातुर्मास की पूरजोर विनंती लेकर आए है। समस्त सदस्यों ने प्रवर्तक श्रीजी से ‘एक ही आस वर्षावास-वर्षावास जैसे नारों से विशाल हाल को गुंजायमान कर दिया। वरिष्ठ स्वाध्यायी राजमल चौपड़ा ने ‘रत्नपुरी के भाग्य अब खुल जाएंगे, गुरुवर आएंगे’ सुंदर स्तवन के माध्यम से विनंती प्रस्तुत की। वहीं अणु मित्र मंडल के प्रमोद वोरा सालेचा ने भी स्तवन के माध्यम विनंती रखी। इस अवसर पर धर्मदास गणपरिषद के पूर्व अध्यक्ष शांतिलाल भंडारी, मार्गदर्शक अरविंद मेहता, अजीत मेहता, माणकलाल कटकानी, उपाध्यक्ष हस्तीमल चौपड़ा, महामंत्री विनय लोढ़ा, वरिष्ठ श्रावक ज्ञानचन्द लोढ़ा, अशोक बोहरा, मोहनलाल रुनवाल, विनोद झामर, राजेश गादिया, कनकमल नलवाया, प्रमोद कासवा, रुपेश छजलानी, अणु मित्र मंडल के महामंत्री विकास पितलिया, रत्नेश मोदी, मनीष बोहरा, धर्मेन्द्र मेहता, श्रेणिक कटारिया,मनीष नलवाया चयन झामर आदि सदस्य उपस्थित थे।