गुजरात,आहवा-डांग
आहवा: दिनांक: 4: 3 दिसंबर को सरकारी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय आहवा में ‘विश्व विकलांग’ दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम में स्कूल के आचार्य श्री अमरसिंह गांगुर्डे ने ‘विश्व दिव्यांग’ दिवस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिव्यांगजनों को समान अवसर देने और उनके अधिकारों का एहसास कराने के लिए हर साल 3 दिसंबर को ‘विश्व दिव्यांग’ दिवस मनाया जाता है।
यह दिन स्थायी विकास के साथ-साथ वास्तविक जीवन में भी मानवाधिकारों का समर्थन करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन के हर पहलू में विकलांग व्यक्तियों की स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
स्कूल के दिव्यांग शिक्षक श्री राजेशभाई आर रावल ने कहा कि समाज में विकलांग व्यक्तियों की उपेक्षा और उनके प्रति पूर्वाग्रह नहीं होना चाहिए। विकलांग बच्चों के अधिकार 2016 के अनुसार, राज्य सरकार ने एसटी बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन बनाए हैं। रेलवे स्टेशन, जैसे अन्य स्थानों पर विकलांग व्यक्ति की आवागमन के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जाती है।इसके अलावा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी ने भी विकलांगों को दिव्यांग कहकर बहुत सम्मान दिया है। सरकार ने दिव्यांगजनों के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की हैं और दिव्यांगजनों को उनका लाभ भी दिया जा रहा है।
कार्यक्रम के अंतर्गत कुमारपाल देसाई द्वारा लिखित दिव्यांगों की ओजस पुस्तक का वाचन किया गया। साथ ही दिव्यांगजन को दैनिक गतिविधियों की जानकारी दी गई।
इस कार्यक्रम में NSS स्वयंसेवकों एवं अन्य विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन NSS के कार्यक्रम अधिकारी एवं दिव्यांग शिक्षक श्री आर.एस.रावल ने किया।