

डांग ,राज्य सरकार अंदरूनी इलाकों में रहने वाले आदिवासी परिवारों के बच्चों को शहर जैसी सुविधाओं के साथ उच्च शिक्षा प्राप्त करने और आधुनिक सुविधाओं वाले शैक्षणिक संस्थानों के साथ-साथ खेल क्षेत्र में भाग लेने में सक्षम बनाने के लिए कई प्रयास कर रही है। उनका सर्वांगीण विकास खेल मनहकुभ ने डांग जिले से एथलीट सरिता गायकवाड़ और मुरली गावित जैसी प्रतिभाएं पैदा की हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए खेला है। इसके अलावा बिलिअंबा प्राइमरी स्कूल के बच्चों ने भी खेल महाकुंभमा में स्वर्ण और रजत पदक जीते हैं। इसके अलावा डांग जिले के युवा खिलाड़ी पृथ्वी भोय, जिन्होंने नेशनल आइस स्टॉक चैंपियनशिप में रजत पदक जीता है।
डांग जिले के विद्यार्थी शिक्षा के साथ-साथ खेल के विभिन्न क्षेत्रों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में 25 जून को जूनागढ़ में आयोजित ऑल गुजरात कराटे चैंपियनशिप में डांग के खिलाड़ियों को हार मिली है। जिसमें डांग जिले के छात्रों ने कराटे की विभिन्न आयु श्रेणियों में भाग लिया और प्रत्येक एथलीट अपने-अपने वर्ग में मैच जीतने में कामयाब रहे।
कराटे चैंपियनशिप में भाग लेने वाले खिलाड़ियों में विनीत.एस.चौर्या, महेश.पी.वाघ, अजय.एस. चौर्या, दिव्या.एच.गायकवाड, शीतल.एम.राउत, रोशनी.एस.मोरे, तारा.एम.अहिर, रोशनी. आर.गायकवाड, सोनल.एम.पारे, माहेश्वरी.ए.बैरागी। इन सभी खिलाड़ियों को कोच एवं महासचिव श्री पीआर दीपक कुमार द्वारा लगातार 3 माह तक प्रशिक्षण दिया गया।
डांग जिला कराटे एसोसिएशन के अध्यक्ष और जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मंगलभाई गावित, अध्यक्ष श्री राजेशभाई गामित, संयुक्त सचिव श्री हरिराम आर. सावंत के सहयोग और मार्गदर्शन से खिलाड़ी इस स्तर को हासिल करने में सफल रहे। खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी गई। गौरतलब है कि इन सभी खिलाड़ियों का चयन आगामी राष्ट्रीय स्तर की कराटे चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए किया गया है। जो अगस्त माह में हैदराबाद में आयोजित होने जा रहा है।
राज्य और केंद्र सरकार के उत्साहजनक दृष्टिकोण के कारण आज गुजरात के 21 जिलों में सरकारी खेल परिसर उपलब्ध हो गए हैं। जिसमें बहुउद्देशीय इनडोर हॉल, एवं आउटडोर खेल सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए सरकार अगले दो वर्षों में हर जिले में ये सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है।वर्ष 2006 में शुरू हुई शक्तिदूत योजना के तहत राज्य के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण दिया जाता है. प्रशिक्षण प्राप्त कर खिलाड़ी देश का नाम रोशन कर रहे हैं।


