हैदराबाद
वर्ष 2023 को आध्यात्मिक अलविदा !*
प्रेक्षाध्यान शिविर समापन समारोह
मानव जाति के लिए वरदान है प्रेक्षाध्यान – साध्वी श्री डॉ मंगलप्रज्ञा जी
हैदराबाद में शमशाबाद स्थित महाश्रमण वाटिका में में जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी एवं जैन फाउंडेशन के तत्वावधान में, साध्वी श्री डॉ मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य एवं निर्देशन में आयोजित त्रिदिवसीय आवासीय प्रेक्षाध्यान शिविर सानन्द संपन्न हुआ।
इस अवसर पर उपस्थित शिविरार्थियों एवं श्रोता समाज को उद्बोधित करते हुए साध्वी श्री डॉ मंगलप्रज्ञा जी ने कहा – अपने स्वरूप को प्राप्त करने वाला साधक साधना का मार्ग स्वीकार करता है। शांति, शक्ति और आनंद हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। युगपुरुष आचार्य श्री तुलसी के सपने को आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी ने साकार किया और प्रेक्षाध्यान मानव मात्र के लिए वरदान साबित हो रहा है। तेरापंथ धर्मसंघ को प्रेक्षाध्यान विरासत में मिला है, जरूरत है इसे प्रायोगिक बनाकर हर व्यक्ति मन वचन और शरीर को स्वस्थ बनाए। सर्वांगीण विकास की इस पद्धति से हर व्यक्ति आध्यात्मिक सुख समृद्धि प्राप्त कर सकता है।
साध्वी श्री डॉ मंगलप्रज्ञा जी ने कहा पूज्य प्रवर आचार्य श्री महाश्रमण जी के पावन चातुर्मास प्रवास स्थल पर यह शिविर आयोजन सबके लिए चिरस्मरणीय रहेगा। हमारी प्रेरणा है प्रतिवर्ष यह आयोजन होता रहे। साध्वी श्री जी ने फ़रमाया परम पुज्य गुरुदेव के प्रवास से इस भूमि के परमाणु शक्तिमय बने हुए हैं इस पवित्र भूमि पर अगर हमारा आना नहीं होता तो हमारा हैदराबाद का प्रवास अधुरा सा रह जाता ।साध्वी श्री जी ने सभी को प्रेरणा देते हुए फ़रमाया कि शिविर में जो सीखा है, जो प्रयोग किए हैं वह जीवन के अंग बन जाए। सभी शिविरार्थी दीर्घकाल तक , निरन्तर व पूर्ण आस्था और विश्वास के साथ प्रेक्षाध्यान की साधना करते रहे तो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।प्रेक्षाध्यान रूपी मंत्र शक्तिशाली है, तंत्र भी शक्तिशाली बने। इस शिविर में संचालन सहयोगी उपासक भाई पारस जी दुगड़ एवं विमला जी दुगड़ ने अपने श्रम और समय का अच्छा संयोजन किया। दोनों प्रशिक्षक – प्रशिक्षिका विनम्र, गुरुभक्त एवं संघभक्त है। अध्यात्म के क्षेत्र में इसी प्रकार प्रगति करते रहें।
इस त्रिदिवसीय आवासीय प्रेक्षाध्यान शिविर में साध्वी डा मंगल प्रज्ञा जी ने शिविरार्थियों को प्रेक्षाध्यान की उपसंपदा व संकल्प करवाये तथा शिविर के तीनों ही दिनों के विभिन्न सत्रों में प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान करवाये । आपके सानिध्य व मुख्य निर्देशन में साध्वी श्री सुदर्शन प्रभा जी, साध्वी सिद्धी यशा जी,साध्वी राजुल प्रभा जी, साध्वी चैतन्य प्रभा जी, साध्वी शौर्य प्रभा जी ने अनुप्रेक्षाओं के प्रयोग, नमस्कार महामंत्र के पदों पर ध्यान, कायोत्सर्ग व अन्तर्यात्रा के आध्यात्मिक व वैज्ञानिक आधार आदि विभिन्न विषयों पर विशद प्रशिक्षण व प्रयोग करवाये । प्रशिक्षक पारस जी दुगड़, प्रशिक्षिका विमला जी दुगड़ के द्वारा आसन, प्राणायाम, योगिक क्रियाएं, मुद्रा विज्ञान, रंग चिकित्सा, सम्पूर्ण कायोत्सर्ग, अनुप्रेक्षा, ध्वनि विज्ञान, चैतन्य केंद्र प्रेक्षा ,योग से भगाए रोग आदि विशेष प्रयोग करवाए गए।
परम पावन गुरु आशीर्वाद से यह शिविर सानंद संपन्न हो रहा है। जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी के चेयरमैन महेंद्र जी भंडारी, मैनेजिंग ट्रस्टी मनोज जी दुगड़, संयोजक सतीश दुगड़ , टीपीएफ उपाध्यक्ष एवं तेरापंथ युवक परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष विरेंद्र घोषल, संयोजिका एवं उपासिका अंजू बैद, संयोजिका शिल्पा सुराणा, रौनक भंडारी आदि की सक्रियता एवं श्रम से यह शिविर सफल – सुफल रहा।
श्री महेंद्र जी भंडारी ने कहा – साध्वी श्री डॉ मंगलप्रज्ञा जी ने यहां शिविर का अभिनव- अपूर्व दृश्य दिखा दिया। गुरुदेव प्रवास के विकिरण हर मन को आकर्षित करने वाले हैं। इस परिसर में निरंतर अध्यात्म का झरना बहता रहे।
प्रेक्षा प्रशिक्षक पारस जी दुगड़ ने कहा – शिविरार्थियों की रुचि और क्वालिटी प्रसंसनीय हैं। सबका आत्मीयभाव, महेंद्र जी भंडारी की सहजता एवं संपूर्ण टीम का स्नेह भाव हमारे लिए यादगार रहेगा। साध्वी श्री डॉ मंगल प्रज्ञा जी की चिंतन शैली और प्रबंधन कौशल सीखने योग्य है। साध्वी राजुल प्रभा जी ने “मैं आत्मानंद स्वभावी हूं ” गीत का संगान किया।
इस अवसर पर प्रेक्षा प्रशिक्षक श्रीमान पारस जी दुगड़ एवं विमला जी दूगड़ का श्री जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी एवं जैन फाउंडेशन के द्वारा मोमेंटो व जैन दुपट्टा पहनाकर सम्मान किया गया। समापन समारोह के अवसर पर संयोजक सतीश जी दुगड़ व विरेन्द्र घोषल ने सभी के सहयोग के लिए धन्यवाद करते हुए अपने विचार रखे । तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी व फाउंडेशन ने चारों संयोजक व भोजन व्यवस्था टीम का सम्मान किया।
काफी शिविरार्थियों ने इस शिविर के अपने भावपूर्ण अनुभव बताएं। सभी ने विशेष रूप से यह बताया कि हमें इस त्रिदिवसीय आवासीय शिविर में आकर इतना आनंद आया जिसकी कोई परिकल्पना नहीं की जा सकती। ऐसे शिविर हर वर्ष हो सभी ने यह इच्छा व्यक्त की ।शिविर ऐतिहासिक बन गया है एवं इसकी स्मृतियां हमेशा रहेगी। शिविर की शानदार सफलता के लिए आभार ज्ञापन वेलफेयर सोसायटी के मेनेजिंग ट्रस्टी श्रीमान मनोज जी दुगड़ ने किया।
शिविर के विभिन्न सत्रों का संचालन संयोजिका अंजू बैद, शिल्पा सुराना व तेरापंथ सभा सिकंदराबाद के परामर्शक लक्ष्मीपत बैद ने किया। सिकन्दराबाद सभा अध्यक्ष श्री बाबुलालजी बैद , पूर्व अध्यक्ष राजकुमार सुराना ने इस सफलतम शिविर के अनुभव सुनाए,व साध्वी श्री जी व प्रशिक्षक द्वय के प्रति कृतज्ञता के भाव व्यक्त किए व वेलफेयर व फाउंडेशन मेनेजमेंट की भूरी भूरी प्रसन्नता अभिव्यक्त की ।
श्रीमती हर्ष लता दुधोडिया, सरोज भंडारी,शान्ता बैद व समता डोसी ने शिविर में आये आनन्द के भावों को सुमधुर गीत द्वारा व्यक्त किया। शिविरार्थी पदमा दुगड़, महेन्द्र दुगड़,सुमन सेठिया,चांद बैद, अशोक मेडतवाल,शुभराज गधैया, राजेन्द्र बैद ,हेमन्त संचेती, राजेन्द्र छाजेड़ ने भी अपने भावपूर्ण अनुभव सुनाए।
धन्यवाद
🙏🙏