महाश्रमण जीवन दर्शन
संपूर्ण समाज की मोहन है जान
झूमर -नेमा की बनी पहचान।
चेहरे की अलौकिक मधुर मुस्कान
भर देती जन-जन में प्राण।
नैतिक मूल्यों का दिया उदबोध
मिला जीवन का सत प्रतिबोध।
सद् भावों का किया प्रचार
मानवीयता को मिला उपहार।
नशा मुक्ति का किया अभियान
फलित हुए भावित अरमान।
अनुकंपा की सधी साधना
जन मानस में बढ़ी भावना।
संयम जीवन दर्शन बतलाया
झूठ, चोरी, निंदा विषय समझाया।
अहिंसा यात्रा का किया कीर्तिमान
देश विदेश में मिला सम्मान।
सत्य निष्ठ, श्रमशील, विनयवान्
कुशल नेतृत्व हुआ फलवान्।
अनूठे कार्यों से किये अनुष्ठान
मुदित से मिला “महाश्रमण”वरदान
कनक पारख
विशाखापट्टनम